scorecardresearch
Sunday, 7 September, 2025
होमदेशअर्थजगतफिजिक्सवाला ने सेबी के पास अद्यतन आईपीओ दस्तावेज दाखिल किए, 3,820 करोड़ रुपये जुटाने का इरादा

फिजिक्सवाला ने सेबी के पास अद्यतन आईपीओ दस्तावेज दाखिल किए, 3,820 करोड़ रुपये जुटाने का इरादा

Text Size:

नयी दिल्ली, सात सितंबर (भाषा) शिक्षा प्रौद्योगिकी यूनिकॉर्न फिजिक्सवाला ने विस्तार और विकास पहल के लिए आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) के जरिये 3,820 करोड़ रुपये जुटाने के लिए बाजार नियामक सेबी के पास अद्यतन दस्तावेज दाखिल किए हैं।

शनिवार को दाखिल अद्यतन दस्तावेजों के मसौदे (यूडीआरएचपी) के अनुसार, प्रस्तावित आईपीओ में 3,100 करोड़ रुपये मूल्य के नए शेयर जारी किए जाएंगे और प्रवर्तकों द्वारा कुल 720 करोड़ रुपये तक की बिक्री पेशकश (ओएफएस) लाई जाएगी।

दोनों प्रवर्तक अलख पांडेय और प्रतीक बूब, ओएफएस के जरिये 360-360 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर बेचेंगे। वर्तमान में, दोनों के पास कंपनी की 40.35-40.35 प्रतिशत हिस्सेदारी है।

नोएडा स्थित फिजिक्सवाला ने गोपनीय मार्ग के जरिये मार्च में आईपीओ के लिए दस्तावेज दाखिल किए थे और जुलाई में बाजार नियामक की मंजूरी प्राप्त की थी। इसके बाद, कंपनियों को आरएचपी दाखिल करने से पहले एक अद्यतन डीआरएचपी दाखिल करना आवश्यक है।

फिजिक्सवाला ने कहा कि नए शेयरों से प्राप्त राशि में से 460.5 करोड़ रुपये नए ऑफलाइन और हाइब्रिड केंद्रों की स्थापना पर खर्च किए जाएंगे, और 548.3 करोड़ रुपये मौजूदा केंद्रों के पट्टे के भुगतान के लिए इस्तेमाल किए जाएंगे।

कंपनी अपनी अनुषंगी कंपनी ज़ाइलम लर्निंग में 47.2 करोड़ रुपये का निवेश करेगी, जिसमें नए केंद्रों के लिए 31.6 करोड़ रुपये और पट्टे के भुगतान और छात्रावासों के लिए 15.5 करोड़ रुपये शामिल हैं।

इसके अलावा 33.7 करोड़ रुपये उत्कर्ष क्लासेस एंड एडुटेक को उसके केंद्रों के पट्टे के भुगतान के लिए दिए जाएंगे। 200.1 करोड़ रुपये सर्वर और क्लाउड ढांचे के लिए, 710 करोड़ रुपये विपणन पहल के लिए और 26.5 करोड़ रुपये उत्कर्ष क्लासेस में अतिरिक्त हिस्सेदारी हासिल करने के लिए निर्धारित किए गए हैं।

फिजिक्सवाला जेईई, नीट, गेट और यूपीएससी पर केंद्रित प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए परीक्षा तैयारी पाठ्यक्रम प्रदान करती है। साथ ही यह ऑनलाइन मंच (यूट्यूब, वेबसाइट और ऐप), तकनीक-सक्षम ऑफलाइन केंद्रों और हाइब्रिड केंद्रों के माध्यम से कौशल विकास कार्यक्रम भी प्रदान करती है, जो ऑनलाइन शिक्षण को व्यक्तिगत सहायता के साथ जोड़ते हैं।

भाषा अजय अजय

अजय

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

share & View comments