नयी दिल्ली, छह मार्च (भाषा) बीस से अधिक देशों के 400 से अधिक उद्योग अंशधारक, टिकाऊ समाधान, अपशिष्ट (कचड़े) में कमी एवं पुनर्चक्रण (रीसाइक्लिंग) और उद्योग से जुड़े अन्य मसलों पर चर्चा करने के लिए यहां अंतरराष्ट्रीय पैकेजिंग उद्योग शिखर सम्मेलन में भाग ले रहे हैं। बृहस्पतिवार को एक बयान में यह जानकारी दी गई।
सम्मेलन के आयोजक भारतीय पैकेजिंग संस्थान (आईआईपी) ने बयान में कहा कि बृहस्पतिवार को शुरू हुए तीन दिन के कार्यक्रम में 20 से अधिक देशों के लगभग 50 विदेशी प्रतिभागी भाग ले रहे हैं, जिसका ध्यान स्थिरता और उपभोक्ता सुरक्षा पर केंद्रित है।
आईआईपी के चेयरमैन सुनील जैन ने कहा, ‘‘सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य उत्पादकता बढ़ाने और अपव्यय को कम करने के लिए स्वचालन के साथ विभिन्न पैकेजिंग सामग्री, रूपांतरण प्रौद्योगिकियों और पैकेजिंग मशीनरी के नवीनतम रुझानों और प्रौद्योगिकियों को सामने लाना है।’’
उद्घाटन के अवसर पर मौजूद सड़क, परिवहन और राजमार्ग राज्यमंत्री हर्ष मल्होत्रा ने पैकेजिंग कंपनियों से सर्वोत्तम व्यवहार और नवीनतम नवाचारों के बारे में जानने का आग्रह किया जो उत्पाद सुरक्षा और उसके टिकाऊपन में सुधार करते हैं।
आईआईपी के निदेशक तनवीर आलम ने कहा कि भारतीय पैकेजिंग उद्योग 15 प्रतिशत की वार्षिक वृद्धि दर से बढ़ रहा है, जबकि वैश्विक वृद्धि दर लगभग चार प्रतिशत है और यह देश में तीसरा सबसे बड़ा उद्योग बनने की ओर अग्रसर है।
भाषा राजेश राजेश अजय
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