scorecardresearch
सोमवार, 5 मई, 2025
होमदेशअर्थजगतपहलगाम हमले के विरोध में व्यापारियों के ‘बंद’ के कारण दिल्ली में 900 से अधिक बाजार बंद

पहलगाम हमले के विरोध में व्यापारियों के ‘बंद’ के कारण दिल्ली में 900 से अधिक बाजार बंद

Text Size:

(तस्वीरों के साथ)

नयी दिल्ली, 25 अप्रैल (भाषा) कनॉट प्लेस, सदर बाजार और चांदनी चौक जैसे दिल्ली के मशहूर ‘शॉपिंग हब’ समेत 900 से ज्यादा बाजार शुक्रवार को वीरान नजर आए, क्योंकि व्यापारियों ने पहलगाम आतंकी हमले के विरोध में ‘दिल्ली बंद’ का आह्वान किया था।

कपड़ा, मसाले, बर्तन और सर्राफा जैसे क्षेत्रों के विभिन्न व्यापारी संघों ने भी अपनी दुकानें बंद रखीं।

बाजार संघ ने एक बयान में कहा कि आम तौर पर खरीदारों से गुलजार रहने वाले सदर बाजार में सन्नाटा रहा, यहां तक ​​कि सब्जी और फल विक्रेता भी नहीं आए। एशिया के सबसे बड़े थोक कपड़ा परिधान बाजार गांधीनगर में भी पूरी तरह से तालाबंदी रही।

कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (सीएआईटी) के अनुसार, दिल्ली में आठ लाख से अधिक दुकानें बंद रहीं, जिसके परिणामस्वरूप दिन भर में लगभग 1,500 करोड़ रुपये का व्यापार घाटा हुआ।

‘चैंबर ऑफ ट्रेड एंड इंडस्ट्री’ (सीटीआई) ने बृहस्पतिवार को बंद का आह्वान किया था। सीटीआई ने हमले के पीड़ितों के साथ एकजुटता व्यक्त करने के लिए कनॉट प्लेस में कैंडल मार्च भी निकाला था। इस हमले में 26 लोग मारे गए थे जिनमें से ज्यादातर पर्यटक थे।

सीटीआई के प्रमुख बृजेश गोयल ने शुक्रवार को कहा, ‘‘यह सिर्फ प्रदर्शन नहीं है, यह आतंकवाद के खिलाफ एक सामूहिक रुख है। हम सभी इस लड़ाई में एकजुट हैं और पहलगाम में जान गंवाने वालों की याद में बंद का आयोजन कर रहे हैं।’’

गोयल ने सरकार से पाकिस्तान के साथ सभी वाणिज्यिक संबंध खत्म करने और भारत में पाकिस्तानी उत्पादों का बहिष्कार करने की भी अपील की।

दिल्ली के सबसे प्रतिष्ठित बाजारों में से एक कनॉट प्लेस भी इस दौरान बंद रहा। कोचिंग सेंटरों का प्रमुख केंद्र मुखर्जी नगर भी बंद रहा।

चांदनी चौक, जनपथ और सरोजिनी नगर की आम तौर पर चहल-पहल वाली सड़कों पर कोई नहीं घूम रहा था।

हजारों व्यापारियों ने चांदनी चौक से लाल किले तक मार्च निकाला और तत्काल कार्रवाई की मांग की।

चांदनी चौक में व्यापारी संगठनों ने पहलगाम आतंकी हमले में मारे गए 26 लोगों की तस्वीरों वाला एक पोस्टर प्रदर्शित किया। उन्होंने उनकी स्मृति में पुष्पांजलि अर्पित की और मोमबत्तियां जलाईं।

कई प्रदर्शनकारियों ने काली पट्टियां बांधी और पोस्टर लेकर प्रदर्शन किया।

बयान के मुताबिक, ‘‘बंद का उद्देश्य आतंकवादी हमले में मारे गए पर्यटकों के लिए न्याय की मांग करना और आतंकवाद के खिलाफ एकजुटता का प्रदर्शन करना है।’’

पहलगाम में मंगलवार को हुआ हमला 2019 के पुलवामा हमले के बाद घाटी में सबसे घातक हमला है।

भाषा अनुराग प्रेम

प्रेम

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

share & View comments