नयी दिल्ली, तीन जनवरी (भाषा) वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने शुक्रवार को कहा कि जो स्टार्ट-अप विदेश से भारत आना चाहते हैं, मंत्रालय उनका रास्ता सुलभ कराने के विचार के लिए तैयार है।
उन्होंने कहा कि मंत्रालय राष्ट्रीय स्टार्ट-अप सलाहकार परिषद के साथ चर्चा करेगा और प्रतिक्रिया लेगा कि ‘यदि उनकी वापसी की यात्रा को आसान बनाने के लिए कोई कदम उठाने की आवश्यकता है। हम उसके लिए तैयार हैं।’
सतत आर्थिक वृद्धि (एसडीजी) को बढ़ावा देने और बड़े पैमाने पर रोजगार के अवसर पैदा करने के लिए परिषद की स्थापना सबसे पहले 2020 में की गई थी। यह देश में नवाचार और स्टार्टअप को बढ़ावा देने के लिए एक मजबूत माहौल बनाने हेतु आवश्यक उपायों पर सरकार को सलाह देती है।
उन्होंने यहां संवाददाताओं से कहा, “यह एक स्वागत योग्य संकेत है और साथ ही बहुत संतोषजनक भी है कि अधिक से अधिक स्टार्ट-अप भारत वापस आ रहे हैं और भारत में पंजीकरण करा रहे हैं, भारत में सूचीबद्ध हो रहे हैं और भारत में आगे बढ़ रहे हैं। भविष्य में भारत एक पसंदीदा गंतव्य होगा।”
कई स्टार्ट-अप ने शुरू में अंतरराष्ट्रीय कोष से वित्तपोषण की आसान पहुंच, बेहतर मूल्यांकन और कई क्षेत्रों में आसान नियमों के लिए विदेश में पंजीकरण कराया था।
कई स्टार्ट-अप वापस आने के बाद भारत में सूचीबद्ध होने की संभावना तलाश रहे हैं।
इसके अलावा, उन्होंने कहा कि उद्योग एवं आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग (डीपीआईआईटी) ने औद्योगिक घरानों के साथ 50 समझौता ज्ञापनों (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं, तथा उनके समस्या विवरण को साझा किया है।
अवसरों को देखने के लिए इन विवरणों को स्टार्ट-अप के साथ साझा किया जाता है।
भाषा अनुराग रमण
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