नयी दिल्ली, दो फरवरी (भाषा) सार्वजानिक क्षेत्र की ऑयल एंड नैचुरल गैस कॉरपोरेशन (ओएनजीसी) और इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (आईओसी) सहित अन्य सरकारी कंपनियां वित्त वर्ष 2022-23 में 1.11 लाख करोड़ रुपये का निवेश करेंगी।
ओएनजीसी, आईओसी, गेल (इंडिया) लिमिटेड, भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड (बीपीसीएल), हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड (एचपीसीएल) और ऑयल इंडिया लिमिटेड (ओआईएल) सामूहिक रूप से अगले वित्त वर्ष में 7.4 प्रतिशत अधिक पूंजीगत खर्च करेंगी।
बजट दस्तावेजों के अनुसार, 2022-23 में 1.11 लाख करोड़ रुपये का पूंजीगत व्यय चालू वित्त वर्ष के लिए 1.04 लाख करोड़ रुपये के संशोधित अनुमान की तुलना के आधार पर है।
ओएनजीसी ने वित्त वर्ष 2022-23 में 29,950 करोड़ रुपये के पूंजीगत व्यय की योजना बनाई है। यह चालू वित्त वर्ष में 30,500 करोड़ रुपये के संशोधित अनुमानित व्यय से थोड़ा कम है।
देश की सबसे बड़ी तेल रिफाइनिंग और ईंधन विपणन कंपनी आईओसी अगले वर्ष में 28,549 करोड़ रुपये का खर्च करेगी। यह 31 मार्च को समाप्त होने वाले चालू वित्त वर्ष में खर्च के लगभग बराबर है।
इसके अलावा गेल गैस उपयोगिता पाइपलाइन ग्रिड और पेट्रोरसायन संयंत्रों के विस्तार पर 7,500 करोड़ रुपये का निवेश करेगी, जो चालू वित्त वर्ष में 7,160 करोड़ रुपये के संशोधित व्यय से अधिक है।
भाषा जतिन अजय
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