नयी दिल्ली, 23 अप्रैल (भाषा) यात्रा सेवा, इलेक्ट्रिक वाहन और कृत्रिम मेधा (एआई) सहित विभिन्न व्यवसायों में शामिल ओला समूह के पास भारत के 117 यूनिकॉर्न को मिले कुल पेटेंट का 50 प्रतिशत से अधिक हिस्सा है।
भारतीय पेटेंट एडवांस्ड सर्च (आईपीएएस) सिस्टम के आंकड़ों के अनुसार भारत के यूनिकॉर्न (एक अरब डॉलर से अधिक मूल्यांकन वाले स्टार्टअप) के पास कुल मिलाकर 229 पेटेंट हैं, जिनमें से आधे से अधिक ओला समूह के पास हैं।
ओला के संस्थापक भविष अग्रवाल ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर लिखा, ”खुशी है कि ओला समूह, ओला इलेक्ट्रिक, ओला कैब्स और क्रुट्रिम के पास सभी भारतीय यूनिकॉर्न को मिले पेटेंट का आधा हिस्सा है।” उन्होंने इस दिशा में अधिक तेजी से काम करने की बात भी कही।
ओला के करीबी सूत्रों ने कहा कि समूह ने 650 से अधिक पेटेंट आवेदन दायर किए हैं, जिनमें से 180 को पहले ही मंजूरी मिल चुकी है। इसमें ओला इलेक्ट्रिक, ओला कंज्यूमर और क्रुट्रिम के आवेदन शामिल हैं।
रिपोर्ट से पता चलता है कि भारत के 101 यूनिकॉर्न ने कोई भी पेटेंट आवेदन नहीं किया है। इनका जोर प्रौद्योगिकी पर जोर की जगह मूल्यांकन बढ़ाने और बाजार में मजबूत स्थिति बनाने पर है।
भाषा पाण्डेय रमण
रमण
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.