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Sunday, 17 November, 2024
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विदेशी बाजारों में गिरावट से तेल-तिलहनों के भाव टूटे

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नयी दिल्ली, 14 मार्च (भाषा) विदेशी बाजारों में गिरावट के रुख के बीच दिल्ली तेल-तिलहन बाजार में सोमवार को सरसों, मूंगफली, सोयाबीन तेल-तिलहन तथा बिनौला, सीपीओ एवं पामोलीन तेल सहित सभी तेल- तिलहनों के दाम में गिरावट देखने को मिली।

बाजार सूत्रों ने बताया कि मलेशिया एक्सचेंज में 5.5 प्रतिशत की गिरावट आई। जबकि शिकॉगो एक्सचेंज में लगभग 1.25 प्रतिशत की गिरावट है। विदेशी बाजारों में गिरावट के रुख से स्थानीय बाजार में मंदी का रुख कायम हो गया और लगभग सभी खाद्य तेल-तिलहनों के भाव हानि दर्शाते बंद हुए।

सूत्रों ने कहा कि सोयाबीन डीगम और सीपीओ जैसे आयातित तेल के मुकाबले देशी तेल सस्ते हैं और रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण सूरजमुखी की आपूर्ति प्रभावित है। ऐसे में मूंगफली और सरसों तेल की मांग होने के बावजूद विदेशी बाजारों की गिरावट से चौतरफा हानि का रुख कायम हो गया।

सूत्रों ने कहा कि विदेशी बाजारों में अनिश्चितता के वातावरण और अपनी घरेलू जरूरतों को पूरा करने के लिए आयात पर भारी निर्भरता को दूर करने का सबसे सटीक उपाय किसानों को प्रोत्साहन देकर तिलहन उत्पादन बढ़ाना ही हो सकता है। किसानों को अपनी उपज के लिए लाभप्रद मूल्य का आश्वासन मिले तो वे तिलहन उत्पादन बढ़ाने के लिए प्रेरित होंगे।

सूत्रों ने कहा कि इसके अलावा इस तथ्य की ओर भी ध्यान देना चाहिये कि 1980 के दशक में हरियाणा, पंजाब में सूरजमुखी और उत्तर प्रदेश के बरेली, सीतापुर तथा लखनऊ में मूंगफली की अच्छी पैदावार होती थी। दक्षिणी भारत में भी हर दूसरे महीने किसी न किसी दक्षिणी राज्य से सूरजमुखी की मंडियों में भारी आवक होती थी जो अब बंद हो गयी है। इन पारंपरिक तिलहन उत्पादक स्थानों पर फिर से सूरजमुखी और मूंगफली खेती को बढ़ाने पर ध्यान दिया जाना चाहिये।

उल्लेखनीय है कि अच्छी पैदावार होने के कारण लगभग वर्ष 1990 से पहले देश को सूरजमुखी का आयात नहीं करना पड़ता था।

खाद्य तेल संगठन एसईए के अनुसार, भारत आमतौर पर प्रतिमाह लगभग 1.75-2 लाख टन सूरजमुखी तेल का आयात करता है।

बाजार में थोक भाव इस प्रकार रहे- (भाव- रुपये प्रति क्विंटल)

सरसों तिलहन – 7,625-7,650 (42 प्रतिशत कंडीशन का भाव) रुपये।

मूंगफली – 6,800 – 6,895 रुपये।

मूंगफली तेल मिल डिलिवरी (गुजरात) – 15,850 रुपये।

मूंगफली साल्वेंट रिफाइंड तेल 2,625 – 2,815 रुपये प्रति टिन।

सरसों तेल दादरी- 16,100 रुपये प्रति क्विंटल।

सरसों पक्की घानी- 2,475-2,575 रुपये प्रति टिन।

सरसों कच्ची घानी- 2,525-2,625 रुपये प्रति टिन।

तिल तेल मिल डिलिवरी – 17,000-18,500 रुपये।

सोयाबीन तेल मिल डिलिवरी दिल्ली- 17,000 रुपये।

सोयाबीन मिल डिलिवरी इंदौर- 16,600 रुपये।

सोयाबीन तेल डीगम, कांडला- 15,600।

सीपीओ एक्स-कांडला- 15,000 रुपये।

बिनौला मिल डिलिवरी (हरियाणा)- 15,200 रुपये।

पामोलिन आरबीडी, दिल्ली- 16,450 रुपये।

पामोलिन एक्स- कांडला- 15,250 रुपये (बिना जीएसटी के)।

सोयाबीन दाना – 7,750-7,600 रुपये।

सोयाबीन लूज 7,300-7,400 रुपये।

मक्का खल (सरिस्का) 4,000 रुपये।

भाषा राजेश राजेश अजय

अजय

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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