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Sunday, 7 September, 2025
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त्योहारी मांग बढ़ने, रुपये में गिरावट से बीते सप्ताह तेल-तिलहन कीमतों में सुधार

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नयी दिल्ली, सात सितंबर (भाषा) बीते सप्ताह अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले रुपये में आई भारी गिरावट तथा त्योहारी मांग में वृद्धि होने के कारण घरेलू बाजार में सरसों, मूंगफली एवं सोयाबीन तेल-तिलहन, कच्चे पामतेल (सीपीओ) एवं पामोलीन तेल तथा बिनौला तेल के दाम लाभ दर्शाते बंद हुए।

बाजार सूत्रों ने कहा कि मूंगफली, सोयाबीन, सूरजमुखी जैसे तेलों के थोक दाम काफी टूटे हुए हैं मगर इन सभी तेलों के हाजिर खुदरा दाम काफी महंगे हैं। त्योहारों के इस मौसम में आम ग्राहकों को अगर सस्ता खाद्य तेल सुलभ कराना सरकार की प्राथमिकता है तो उसे किसी अन्य उपाय के बारे में सोचने से पहले सभी खाद्य तेलों के अधिकतम खुदरा मूल्य (एमआरपी) की जांच करवानी चाहिये और यदि एमआरपी थोक दाम में आई गिरावट के अनुरूप नहीं पाया जाता है, तो उसे दुरुस्त करवाने के लिए सख्त कदम उठाना चाहिये।

सूत्रों ने कहा कि देश में सूरजमुखी, सोयाबीन और मूंगफली जैसे तिलहनों के हाजिर भाव, न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) से काफी नीचे चल रहे हैं। सूरजमुखी और मूंगफली का खुदरा हाजिर बाजार का दाम एमएसपी से 20-25 प्रतिशत नीचे है जबकि सोयाबीन का दाम 10-15 प्रतिशत नीचे है।

उन्होंने कहा कि जब मौजूदा एमएसपी वाला सूरजमुखी, सोयाबीन और मूंगफली बाजार में नहीं खप रहा है तो अगले 10-15 दिन में इनकी नयी फसलों पर जो इससे भी अधिक एमएसपी वाली ये फसलें आयेंगी तो उसे कौन खरीदेगा? इसके बारे में कोई रास्ता निकालना समय की मांग है।

सूत्रों ने कहा कि सरकार को जल्द से जल्द एक सरकारी पोर्टल पर सभी कंपनियों को नियमित तौर पर अपना एमआरपी घोषित करने की व्यवस्था करनी होगी। एमआरपी निर्धारण की भी एक ऐसी व्यवस्था करनी होगी कि वह खाद्य तेलों की हाजिर कीमत से मेल खाता हो यानी इनके मूल्य का अंतर मामूली हो।

बीते सप्ताह सरसों दाने का थोक भाव 150 रुपये की मजबूती के साथ 7,250-7,275 रुपये प्रति क्विंटल पर बंद हुआ। सरसों दादरी तेल का थोक भाव 300 रुपये की मजबूती के साथ 15,450 रुपये प्रति क्विंटल पर बंद हुआ। सरसों पक्की और कच्ची घानी तेल का भाव क्रमश: 40-40 रुपये की तेजी के साथ क्रमश: 2,590-2,690 रुपये और 2,590-2,725 रुपये टिन (15 किलो) पर बंद हुआ।

समीक्षाधीन सप्ताह में सोयाबीन दाने और सोयाबीन लूज के थोक भाव क्रमश: 25-25 रुपये की तेजी के साथ क्रमश: 4,650-4,700 रुपये और 4,350-4,450 रुपये प्रति क्विंटल पर बंद हुए।

सोयाबीन दिल्ली का दाम 300 रुपये की बढ़त के साथ 13,550 रुपये, सोयाबीन इंदौर तेल का दाम 275 रुपये की तेजी के साथ 13,200 रुपये और सोयाबीन डीगम तेल का दाम 150 रुपये की तेजी के साथ 10,300 रुपये प्रति क्विंटल पर बंद हुआ।

समीक्षाधीन सप्ताह में त्योहारी मांग के कारण मूंगफली तेल-तिलहन में भी सुधार आया। मूंगफली तिलहन 75 रुपये के सुधार के साथ 5,675-6,050 रुपये क्विंटल, मूंगफली तेल गुजरात का थोक दाम 200 रुपये की बढ़त के साथ 13,550 रुपये क्विंटल और मूंगफली साल्वेंट रिफाइंड तेल का थोक दाम 30 रुपये की तेजी के साथ 2,210-2,510 रुपये प्रति टिन पर बंद हुआ।

सूत्रों ने बताया कि समीक्षाधीन सप्ताह में सीपीओ तेल का दाम 125 रुपये की बढ़त के साथ 11,775 रुपये प्रति क्विंटल, पामोलीन दिल्ली का भाव 300 रुपये की तेजी के साथ 13,550 रुपये प्रति क्विंटल तथा पामोलीन एक्स कांडला तेल का भाव भी 300 रुपये की तेजी के साथ 12,500 रुपये प्रति क्विंटल पर बंद हुआ।

बाजार में सुधार के आम रुख के अनुरूप समीक्षाधीन सप्ताह में बिनौला तेल भी 25 रुपये के सुधार के साथ 12,825 रुपये प्रति क्विंटल पर बंद हुआ।

भाषा राजेश

अजय

अजय

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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