सिंगरौली, (मप्र), 10 मार्च (भाषा) एनटीपीसी ने मध्य प्रदेश में अपने विंध्याचल बिजली संयंत्र के प्रदूषण पर अंकुश लगाने के लिए 2023 तक कार्बन ‘कैप्चर’ संयंत्र स्थापित करने का लक्ष्य रखा है।
विंध्याचल बिजली परियोजना के प्रमुख एस सी नाइक ने बृहस्पतिवार को पत्रकारों को बताया कि प्रायोगिक तौर पर विंध्याचल में यह सुविधा स्थापित की जाएगी जिसमें संयंत्र से निकलने वाले कार्बन डाइऑक्साइड को हाइड्रोजन के साथ मिलाकर मेथनॉल बनाया जाएगा, जिससे प्रदूषण कम होगा।
उन्होंने कहा कि इससे वातावरण में कार्बन डाइऑक्साइड का उत्सर्जन कम हो जाएगा और उप-उत्पाद के रूप में मेथनॉल प्राप्त होगा।
नाइक ने कहा कि यह संयंत्र पूरी तरह से पर्यावरण को समर्पित है और यहां अब तक हरित पट्टी को विकसित करने के लिए 25 लाख से अधिक पौधे लगाए गए हैं।
उन्होंने कहा कि यह पायलट परियोजना न केवल भारत में बल्कि दुनिया में अपनी तरह की पहली पहल होगी। उन्होंने दावा किया कि इसे 2023 तक स्थापित करने का लक्ष्य है।
नाइक ने कहा कि एनटीपीसी विंध्याचल देश का सबसे बड़ा बिजली संयंत्र है जिसकी कुल स्थापित क्षमता 4,783 मेगावॉट है।
भाषा सं अमित अजय
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