नयी दिल्ली, 14 जुलाई (भाषा) नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ऑफ इंडिया (एनएसई) ने सोमवार को मासिक बिजली वायदा अनुबंध शुरू किए। इससे बिजली खरीदारों, विक्रेताओं, व्यापारियों और खुदरा कारोबारियों को मूल्य जोखिमों का प्रबंधन करने में मदद मिलेगी।
अनुबंधों में दोपहर दो बजे तक 4,000 से अधिक लॉट के लिए कारोबार हुआ था, जो 20 करोड़ यूनिट से अधिक बिजली के बराबर है।
एक्सचेंज ने बयान में कहा कि कुल कारोबार की मात्रा 87.36 करोड़ को पार कर गई, जिसका औसत मूल्य 4,368 रुपये प्रति मेगावाट घंटा (मेगावाट-घंटा) दर्ज किया गया।
बयान के मुताबिक, ‘‘पहला कारोबार 4,430 रुपये प्रति मेगावाट घंटा पर खुला, और खबर लिखे जाने तक कीमत 4,364 रुपये प्रति मेगावाट घंटा के आसपास थी। इससे बिजली उत्पादकों, वितरण कंपनियों, बड़े औद्योगिक उपभोक्ताओं और बाजार मध्यस्थों सहित प्रतिभागियों की अच्छी भागीदारी का पता चलता है।’’
एक्सचेंज के अनुसार, यह पेशकश प्रतिभागियों को बिजली की कीमतों में उतार-चढ़ाव से बचाव, दीर्घकालिक बिजली योजना का समर्थन और देश के व्यापक ऊर्जा रूपांतरण लक्ष्यों में योगदान करने के लिए एक पारदर्शी, जोखिम प्रबंधित मंच देती है।
भाषा पाण्डेय अजय
अजय
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.