मुंबई, 12 फरवरी (भाषा) बजाज समूह के पूर्व चेयरमैन राहुल बजाज का शनिवार को पुणे में उनके आवास पर निधन हो गया। वह 83 वर्ष के थे। समूह के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।
राहुल बजाज ने बजाज ऑटो में गैर-कार्यकारी निदेशक और चेयरमैन पद से पिछले वर्ष 30 अप्रैल को इस्तीफा दिया था हालांकि वह चेयरमैन एमेरिटस बने रहे। कुछ समय से उनकी तबियत ठीक नहीं थी और शनिवार को दोपहर करीब ढाई बजे उनका निधन हो गया।
अधिकारी ने बताया कि बजाज की अंत्येष्टि रविवार को की जाएगी।
बजाज के परिवार में उनके दो बेटे राजीव बजाज और संजीव बजाज तथा बेटी सुनैना केजरीवाल हैं।
राहुल बजाज का जन्म 10 जून 1938 को हुआ था। उन्होंने ऑटोमोबाइल, जनरल बीमा तथा जीवन बीमा, निवेश एवं उपभोक्ता फाइनेंस, घरेलू उपकरण, इलेक्ट्रिक लैंप, पवन ऊर्जा, स्टेनलेस स्टील जैसे क्षेत्रों में कारोबार करने वाले बजाज समूह का नेतृत्व किया।
उन्होंने बजाज समूह के कारोबार की कमान 1965 में संभाली और इसे वृद्धि के रास्ते पर बढ़ाया। उनके नेतृत्व में बजाज ऑटो का कारोबार 7.2 करोड़ रुपये से बढ़कर 12,000 करोड़ रुपये हो गया।
कंपनी का बजाज चेतक स्कूटर मध्यमवर्गीय भारतीय परिवारों की आकांक्षा का प्रतीक बना और उस दौर में ‘हमारा बजाज’ धुन उनके बेहतर भविष्य की आकांक्षाओं को प्रतिध्वनित करने लगी।
2005 में उन्होंने कंपनी की जिम्मेदारी धीरे-धीरे अपने बेटे राजीव बजाज को सौंपनी शुरू की। राजीव बजाज ऑटो के प्रबंध निदेशक बन गए और कंपनी को वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी बनाया।
देश के सबसे उद्योगपतियों में से एक बजाज जून 2006 में राज्यसभा में मनोनीत हुए और 2010 तक सदस्य रहे। राहुल बजाज को पद्मभूषण से सम्मानित किया गया था तथा कई विश्वविद्यालयों से डॉक्टरेट की मानद उपाधि दी गई। वह इंडियन एयरलाइंस के चेयरमैन, आईआईटी-बॉम्बे के निदेशक मंडल के चेयरमैन समेत कई महत्वपूर्ण पदों पर रहे।
राहुल बजाज ने दिल्ली विश्वविद्यालय से अर्थशास्त्र में स्नातक किया था। उन्होंने मुंबई विश्वविद्यालय से कानून की पढ़ाई की थी और हार्वर्ड बिजनेस स्कूल से एमबीए किया था।
भाषा मानसी पाण्डेय
पाण्डेय
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