बेंगलुरु, चार मार्च (भाषा) कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई शुक्रवार को पेश वित्त वर्ष 2022-23 के बजट में मेकेदातु परियोजना के लिए 1,000 करोड़ रुपये की घोषणा की।
कुल 2,65,720 करोड़ रुपये के बजट में किसी भी तरह के नए कर कोई प्रावधान नहीं है। बजट में मंदिरों को स्वायत्तता देकर उन पर से सरकार का नियंत्रण हटाने का प्रस्ताव भी रखा गया है।
बतौर मुख्यमंत्री पहला बजट पेश करते हुए उन्होंने कहा कि बजट में समाज के सभी वर्गों और सभी क्षेत्रों के संतुलित विकास के साथ-साथ राजकोषीय अनुशासन बनाए रखने का प्रयास किया गया है।
इसके अलावा गोशालाओं में गायों को गोद लेने के लिए सार्वजनिक और निजी संस्थानों को प्रोत्साहित करने के मकसद से ‘पुण्यकोटि दत्तू योजना’ शुरू करने का प्रस्ताव किया है।
गोशालाओं की संख्या को वर्तमान 31 से बढ़ाकर 100 करने का प्रस्ताव भी रखा गया है और इसके लिए बजट में 50 करोड़ रुपये उपलब्ध कराए जाएंगे
बोम्मई ने राज्य के धर्मादा विभाग के दायरे में आने वाले मंदिरों को स्वायत्तता देकर उन पर से सरकार का नियंत्रण हटाने का प्रस्ताव रखा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि 2022-23 का बजट 2,65,720 करोड़ रुपये का है। इससे पिछले वित्त वर्ष में यह 2,46,207 करोड़ रुपये था। इसमें 7.9 प्रतिशत की वृद्धि दर के साथ 19,513 करोड़ रुपये की वृद्धि हुई है।
बजट में पूंजीगत व्यय 2,717 करोड़ रुपये अनुमानित है। यह 2021-22 के बजट अनुमान से अधिक है।
भाषा जतिन रमण
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