मुंबई, एक फरवरी (भाषा) रेटिंग एजेंसी मूडीज ने कहा है कि आम बजट में राजस्व बढ़ाने के लिए कोई ठोस उपाय नहीं किए गए है, हालांकि पूंजीगत व्यय योजनाओं में उल्लेखनीय वृद्धि जरूर हुई है।
मूडीज ने कहा कि राजकोषीय घाटे का अनुमान बताता है कि सरकार राजकोषीय मजबूती को बढ़ावा देने के लिए मजबूत वृद्धि पर बहुत अधिक भरोसा कर रही है।
इसमें कहा गया कि यह बजट सरकार द्वारा महामारी के बाद पुनरुद्धार को बनाए रखने के लिए पूंजीगत व्यय पर पहले दिए गए जोर को रेखांकित करता है, साथ ही अर्थव्यवस्था के दीर्घकालिक पुनर्गठन का मार्ग भी प्रशस्त करता है।
मूडीज इन्वेस्टर्स सर्विसेज में सॉवेरन जोखिम समूह के वरिष्ठ उपाध्यक्ष क्रिश्चियन डे गजमैन ने कहा कि वित्तीय समेकन के मोर्चे पर, वित्त वर्ष 2022-23 में राजकोषीय घाटा 2021-22 के 6.9 प्रतिशत से कम करके 6.4 प्रतिशत तक सीमित करने का लक्ष्य बताता है कि सरकार पूंजीगत व्यय में बड़ी वृद्धि के साथ राजकोषीय समेकन के लिए मजबूत वृद्धि पर भरोसा कर रही है।
उन्होंने कहा कि यह बजट भारत की 2070 तक कार्बन उत्सर्जन को शून्य करने की प्रतिबद्धता को और भी मजबूती करता है।
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