नयी दिल्ली, नौ जून (भाषा) भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) ने सोमवार को कहा कि वह निवेशक आधार बढ़ाने के लिए सार्वजनिक अवसंरचना निवेश ट्रस्ट (इनविट) शुरू करने की योजना बना रहा है।
इसके अलावा, एनएचएआई ने कहा कि इनविट खुदरा निवेशकों के लिए भी होगा। इससे उन्हें बुनियादी ढांचे की परिसंपत्तियों तक पहुंच मिलेगी।
एनएचएआई ने एक निजी इनविट शुरू किया था और इसके जरिये 2,300 किलोमीटर से अधिक राजमार्गों को बाजार पर चढ़ाया था।
इनविट एक निवेश साधन है। इसके जरिये यूनिट जारी कर निवेशकों से राशि जुटायी जाती है।
एनएचएआई ने कहा कि विशेष रूप से उसका लक्ष्य प्रति तिमाही तीन ‘टोल-ऑपरेट-ट्रांसफर’ (टीओटी) पेश करना है। इसमें एक छोटा (2,000 करोड़ रुपये), एक मध्यम (5,000 करोड़ रुपये), और एक बड़ा (9,000 करोड़ रुपये) होगा। साथ ही निवेशकों के व्यापक दायरे को पूरा करने के लिए प्रत्येक वर्ष एक/दो इनविट चरण आयोजित किया जाएगा।
एनएचएआई ने कहा, ‘‘भविष्य में बाजार की स्थितियों का भी आकलन किया जाएगा और उसके अनुसार परियोजना आकार को समायोजित किया जाएगा।’’
राजमार्ग प्राधिकरण ने कहा कि उच्च गुणवत्ता वाले संस्थागत निवेशकों और बुनियादी ढांचे के प्रबंधन में विशेषज्ञता वाले निवेशकों को आकर्षित करने के लिए विभिन्न भौगोलिक स्थानों और निवेशक स्थिति आधार पर प्रचार-प्रसार कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
एनएचएआई ने कहा कि उसने 2017-2018 से अबतक 11 टीओटी और इनविट के तीन चरणों को सफलतापूर्वक पूरा किया है। इनकी कुल लागत 75,000 करोड़ रुपये है।
टोल संग्रह अधिकारों के बदले में, पूर्ण परिसंपत्तियों के प्रबंधन के लिए निजी पूंजी को आकर्षित करने के लिए टीओटी मॉडल तैयार किया गया है।
इन अधिकारों को प्राप्त करने के लिए, संबंधित कंपनी को रियायत की शुरुआत में एनएसआई को एकमुश्त राशि का भुगतान करना होता है और रियायत अवधि के दौरान परिसंपत्ति के लिए रखरखाव जिम्मेदारियों को भी पूरा करना होता है।
भाषा रमण अजय
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