मुंबई, आठ सितंबर (भाषा) भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के कार्यकारी निदेशक अजय चौधरी ने बृहस्पतिवार को कहा कि वित्तीय नवोन्मेष में जिम्मेदारी की जरूरत है और नयी प्रौद्योगिकियों को आंख मूंदकर नहीं अपनाना चाहिए।
चौधरी ने उद्योग मंडल एसोचैम के एक कार्यक्रम में कहा, ‘‘मॉडल बनाने वाले पक्षों को समझे बिना उन्नत तकनीक को अपनाना कई मामलों में उल्टा साबित हो सकता है।’’
उन्होंने कहा रिजर्व बैंक नए नवाचारों को अपनाने पर केंद्रित है और कृत्रिम बुद्धिमत्ता, इंटरनेट ऑफ थिंग्स, ब्लॉकचेन, क्वॉन्टम कंप्यूटिंग, बड़े डेटा का विशलेषण और 5जी जैसी नई प्रौद्योगिकियां बहुत सारे नुकसान करने वाले पहलू भी लाती हैं।
चौधरी ने कहा हमें यह सुनिश्चित करने की आवश्यकता है कि प्रौद्योगिकी में बाधाएं रचनात्मक होनी चाहिए और उनके जोखिमों को अच्छी तरह से समझा और प्रबंधित किया जाना चाहिए।
भाषा जतिन अजय
अजय
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.