नयी दिल्ली, 23 जुलाई (भाषा) देश के छह प्रमुख शहरों में मांग बढ़ने के कारण जनवरी से जून के बीच कार्यालय स्थलों की नई आपूर्ति लगभग दोगुनी होकर 2.37 करोड़ वर्गफुट हो गई। निवेश प्रबंधन कंपनी कॉलियर्स ने यह जानकारी दी।
पिछले वर्ष जनवरी से जून के बीच बेंगलुरु, चेन्नई, हैदराबाद, पुणे, मुंबई और दिल्ली-एनसीआर में कार्यालय स्थल की आपूर्ति 1.21 करोड़ वर्गफुट थी।
आंकड़ों के मुताबिक चेन्नई में नई आपूर्ति जनवरी से जून 2021 में 4 लाख वर्गफुट थी जो जनवरी-जून 2022 में बढ़कर 42 लाख वर्गफुट हो गई।
इस दौरान दिल्ली-एनसीआर में नई आपूर्ति पिछले वर्ष के 15 लाख वर्गफुट से बढ़कर इस वर्ष 24 लाख वर्गफुट हो गई। हैदराबाद में कार्यालय स्थल की आपूर्ति 2022 की पहली छमाही में तीन गुना से अधिक बढ़कर 64 लाख वर्गफुट हो गई जो एक साल पहले 19 लाख वर्गफुट थी।
मुंबई में नई आपूर्ति 8 लाख वर्गफुट से बढ़कर 11 लाख वर्ग फुट हुई और पुणे में नई आपूर्ति पिछले वर्ष के चार लाख वर्ग फुट से कई गुना बढ़कर 38 लाख वर्ग फुट हो गई।
हालांकि बेंगलुरु में जनवरी-जून 2022 में नई आपूर्ति घटकर 57 लाख वर्ग फुट हो गई जो एक साल पहले की समान अवधि में 73 लाख वर्ग फुट थी।
जनवरी से जून 2022 के बीच छह शहरों में कार्यालय स्थल को पट्टे पर चढ़ाने की गतिविधि ढाई गुना बढ़कर 2.75 करोड़ वर्ग फुट हो गई जो पिछले वर्ष की समान अवधि में 1.03 लाख वर्ग फुट थी।
कॉलियर्स इंडिया के मुख्य कार्यपालक अधिकारी रमेश नैय्यर ने कहा कि कॉरपोरेट कंपनियां बीते दो साल से बनी अनिश्चितताओं के हालात से उबर गई हैं और अब वे विस्तार की बड़ी योजनाओं को आगे बढ़ा रही हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘हालांकि डेवलपर भी वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला में व्यवधानों की वजह से सामग्री की खरीद में परेशानी और मुद्रास्फीति के कारण बढ़ती निर्माण लागत से जूझ रहे हैं। ऐसे में बढ़ती मांग और सीमित नई आपूर्ति का जो मिलाजुला असर हुआ है उससे दस तिमाही के बाद पहली बार खाली स्थलों की संख्या घटी है।’’
भाषा मानसी प्रेम
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