(शिरीष बी प्रधान)
काठमांडू, 15 अप्रैल (भाषा) नेपाल सरकार ने विदेशों में रह रहे अपने नागरिकों से कहा है कि आर्थिक संकट से गुजर रहे देश के बैंकों में वे डॉलर खाते (विदेशी मुद्रा खाते) खुलवाएं और निवेश करें।
कोरोना वायरस महामारी के कारण पर्यटन क्षेत्र के प्रभावित होने से नेपाल के विदेशी मुद्रा भंडार में गिरावट आई है।
प्रवासी नेपाली संघ (एनआरएनए) के एक कार्यक्रम में नेपाल के वित्त मंत्री जनार्दन शर्मा ने बृहस्पतिवार को कहा कि प्रवासी नेपालियों के नेपाल के बैंकों में डॉलर खाते खोलने से देश को विदेशी मुद्रा की कमी के संकट से उबरने में मदद मिलेगी।
‘ऑनलाइन’ आयोजित कार्यक्रम में शर्मा ने कहा, ‘‘यदि 1,00,000 प्रवासी नेपाली देश के बैंकों में दस-दस हजार डॉलर के हिसाब से खाते खोलते हैं तो नकदी की कोई कमी नहीं होगी।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हमारे पास अगले छह से सात महीने के लिए माल एवं सेवाएं खरीदने के लिए पर्याप्त विदेशी मुद्रा है। नेपाल राष्ट्र बैंक (एनआरबी) की हालिया रिपोर्ट के मुताबिक केंद्रीय बैंक के पास 9.58 अरब डॉलर का कोष है।’’
वित्त मंत्री ने कहा, ‘‘पेट्रोल के दाम बढ़ गए जिससे लाखों डॉलर उसमें खर्च हो रहे हैं।’’ उन्होंने यह भी कहा कि सरकार ने प्रवासी नेपालियों के फायदे के लिए डॉलर खाते की नीति प्रक्रिया पूरी कर ली है।
शर्मा ने कहा कि नेपाल आने वाले पर्यटकों को नि:शुल्क वीजा देने के बारे में चर्चा चल रही है जो प्रवासियों के लिए भी सुगम होगा।
कार्यक्रम में एनआरएन के कार्यकारी अध्यक्ष कुल आचार्य ने नीति नियम बदलने और प्रवासी नेपालियों के लिए अपने देश में विदेशी मुद्रा खाते खोलना आसान बनाने के लिए सरकार का आभार प्रकट किया।
आयात बढ़ने, पर्यटन एवं निर्यात से होने वाली आय के घटने और विदेशों से नेपाली नागरिकों के पैसे भेजने में कमी के कारण देश के विदेशी मुद्रा भंडार में जुलाई, 2021 से गिरावट आ रही है। केंद्रीय बैंक के आंकड़ों के मुताबिक, फरवरी, 2022 तक देश का विदेशी मुद्रा का कुल भंडार 17 प्रतिशत घटकर 9.75 अरब डॉलर रह गया, जो जुलाई, 2021 के मध्य में 11.75 अरब डॉलर था।
भाषा
मानसी रमण
रमण
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