नयी दिल्ली, 11 जनवरी (भाषा) उर्वरक मंत्री मनसुख मांडविया ने बृहस्पतिवार को स्पष्ट किया कि नीम-लेपित यूरिया वर्तमान में 266.5 रुपये प्रति 45 किलोग्राम बोरी पर बेचा जा है और आगे यही दरें जारी रहेंगी।
इस मुद्दे पर किसानों को कथित तौर पर गुमराह करने के लिए समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव पर पलटवार करते हुए उन्होंने यह बात कही।
समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष यादव ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर सात जनवरी को आरोप लगाते हुए लिखा था कि यूरिया 12 प्रतिशत से अधिक महंगा हो गया है और यहां तक कि यूरिया की बोरी का आकार भी 45 किलोग्राम से घटाकर 40 किलोग्राम कर दिया गया है।
यादव ने यह स्पष्ट नहीं किया था कि वह नीम-लेपित यूरिया या हाल ही में विकसित सल्फर-लेपित यूरिया किसकी कीमत में वृद्धि का उल्लेख कर रहे हैं।
हालांकि, केंद्रीय उर्वरक मंत्री ने सोशल मीडिया मंच पर स्पष्ट किया, ‘‘ सबसे पहले मैं आपको यह स्पष्ट करना चाहता हूं कि नीम-लेपित यूरिया 266.5 रुपये प्रति 45 किलोग्राम बोरी पर उपलब्ध था, अब भी उपलब्ध है और आगे भी उपलब्ध रहेगा।’’
उन्होंने कहा कि अनुसंधान से किसानों के हित में नया सल्फर-लेपित ‘यूरिया गोल्ड’ बनाया है और इसकी नई मात्रा और कीमत तय की गई है।
मांडविया ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा कि कोविड-19 वैश्विक महामारी के दौरान भी सपा नेता ने देश में बने टीके पर सवाल उठाए थे। उसे पूरा देश और वैज्ञानिक भूल नहीं पाए हैं।
मंत्री ने लिखा, ‘‘ आज फिर आपने उन्हीं वैज्ञानिकों का मजाक उड़ाया है। मुझे उम्मीद है कि आप किसानों को गुमराह नहीं करेंगे और किसानों के हित में मिलकर काम करेंगे।’’
यादव ने कहा था, ‘‘ भाजपा (भारतीय जनता पार्टी) सरकार किसानों के शोषण का पर्याय बन गई है। यूरिया की बोरी का वजन अब 40 किलोग्राम रह गया है। किसान इस सरल गणित को अच्छी तरह समझते हैं।’’
भाषा निहारिका अजय
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