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Friday, 14 November, 2025
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भारत को विनिर्माण का केंद्र बनाने के लिए नवोन्मेषण पर देना होगा जोरः एमएंडएम सीईओ

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नयी दिल्ली, 16 दिसंबर (भाषा) घरेलू वाहन कंपनी महिंद्रा एंड महिंद्रा (एमएंडएम) के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) अनीश शाह ने शुक्रवार को कहा कि भारत को वैश्विक आपूर्ति शृंखला के केंद्र में आने के लिए नवाचार पर जोर देने और तमाम कारोबार, बड़ी कंपनियों, एमएसएमई एवं नवोन्मेषकों के बीच गठजोड़ बढ़ाने पर ध्यान देना होगा।

शाह ने यहां पर उद्योग मंडल फिक्की के वार्षिक समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि भारत के पास शैक्षणिक संस्थानों में नवाचार से संलग्न बेहतरीन प्रतिभाएं हैं और विनिर्माण में भी यह काफी मजबूत है। ऐसी स्थिति में भारत को चीन या यूरोप के साथ सिर्फ ‘प्लस वन’ यानी सिर्फ सहयोगी के रूप में ही नहीं देखा जाना चाहिए।

उन्होंने कहा, ‘आप लोगों ने ‘चीन प्लस वन’ और हाल ही में ‘यूरोप प्लस वन’ के बारे में बहुत कुछ सुना। यह ‘प्लस वन’ क्यों है? भारत इसके केंद्र में क्यों नहीं है? हम इसकी परिधि पर ही क्यों है? आखिर हम कहां पर चूक रहे हैं?

एमएंडएम के शीर्ष अधिकारी ने खुद ही इस सवाल का जवाब देते हुए कहा, ‘‘हमारे पास बेहतरीन प्रतिभाएं हैं। हमारे विश्वविद्यालयों में नवाचार पर काफी जोर दिया जा रहा है और देश के अलग-अलग हिस्सों में ऐसा हो रहा है। अब हम विनिर्माण की ताकत हैं। इसके अलावा हमारे पास एक ऐसी सरकार भी है जो भारत में लॉजिस्टिक को बेहतर करने की कोशिश में लगी हुई है।’’

शाह ने कहा कि नवोन्मेषण को एक बड़े स्तर पर अंजाम देना भारत को विनिर्माण गतिविधियों के केंद्र में लाने के लिए काफी अहम होगा। इसके अलावा विभिन्न व्यवसायों, बड़ी कंपनियों एवं एमएसएमई इकाइयों और नवाचारों के बीच गठजोड़ स्थापित करना भी अहम होगा।

भाषा प्रेम

प्रेम अजय

अजय

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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