(तस्वीर के साथ)
नयी दिल्ली, आठ अक्टूबर (भाषा) जाने-माने उद्योगपति गौतम अदाणी ने बुधवार को नवी मुंबई में अपने समूह के अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे की तुलना ‘कमल’ से करते हुए कहा कि यह आर्थिक गतिविधिययों को गति देने के साथ भारत के भविष्य का प्रवेश द्वार साबित होगा।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा नवी मुंबई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे (एनएमआईएएल) के उद्घाटन के तुरंत बाद लिंक्डइन पर लिखे अपने लेख में अदाणी ने इसे भारत के बुनियादी ढांचे और राष्ट्र निर्माण की यात्रा में एक ऐतिहासिक क्षण बताया।
उन्होंने हवाई अड्डे को ‘भारत के दूरदर्शी नेतृत्व और सार्वजनिक-निजी भागीदारी की ताकत का प्रमाण’ बताया। उन्होंने कहा कि परियोजना का तेजी से कार्यान्वयन देश की महत्वाकांक्षा और गतिशीलता का प्रतीक है।
परियोजना को 20,000 करोड़ रुपये के निवेश के साथ 50 महीनों से कम समय में पूरा किया गया है।
मुंबई के परिवहन नेटवर्क से रणनीतिक रूप से जुड़ा, नवी मुंबई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा मौजूदा छत्रपति शिवाजी महाराज अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के साथ मिलकर भीड़भाड़ को कम करने और क्षेत्र में आर्थिक वृद्धि को गति देने में मददगार होगा।
इस हवाई अड्डे से 2,00,000 से अधिक नौकरियां पैदा होने तथा पर्यटन, व्यापार और नए व्यावसायिक गलियारों को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है। इससे भारत के 10,000 अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था के लक्ष्य में योगदान मिलेगा।
हवाई अड्डे का निर्माण करने वाले अदाणी समूह के चेयरमैन अदाणी ने हवाई अड्डे पर किए गए पर्यावरण अनुकूल पहल का जिक्र करते हुए इसे ‘आत्मनिर्भरता का प्रतीक’ बताया, जो भारत की विरासत और भविष्य की आकांक्षाओं को बताता है।
उन्होंने राष्ट्र निर्माण के प्रति अदाणी समूह की प्रतिबद्धता दोहरायी, जिसमें विमानन, लॉजिस्टिक, पर्यावरण अनुकूल कदम और डिजिटल बुनियादी ढांचे में निवेश बढ़ाने की योजना है।
अदाणी ने कहा, ‘‘भारत की सेवा करना हमेशा हमारा सबसे बड़ा सम्मान होगा।’’
उन्होंने नए हवाई अड्डे के निर्माण और संचालन के कार्य को ‘पवित्र जिम्मेदारी’ बताते हुए कहा कि पिछले पांच साल में हर कदम पर ‘गहरी श्रद्धा, विनम्रता और मूल्य’ के साथ इस दायित्व को निभाया है।
अदाणी ने कहा कि नया हवाई अड्डा, ‘‘महाराष्ट्र की धरती से उभरा, कमल के समान है, हमारी विरासत में गहराई से निहित एक प्रतीक है।’’
उन्होंने कहा कि यह आधुनिक भारत के सार को दर्शाता है… अपने ज्ञान में प्राचीन, फिर भी अपनी महत्वाकांक्षा में गतिशील और असीम।
अदाणी ने कहा, ‘‘पर्यावरण अनुकूल उपायों को केंद्र में रखते हुए, यह समूह की हरित भविष्य के प्रति प्रतिबद्धता का प्रतीक है। इन रनवे से रवाना होने वाली हर उड़ान 1.4 अरब भारतीयों का आशीर्वाद लेकर आएगी और हर आगमन दुनिया को याद दिलाएगा कि यह समय भारत का है।’’
उन्होंने कहा कि नवी मुंबई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा एक मील का पत्थर है। ‘‘यह हमारी मातृभूमि के लिए प्रगति और समृद्धि के मार्ग प्रशस्त करने के हमारे संकल्प को और पुष्ट करता है।’’
अदाणी ने कहा कि भारत पृथ्वी पर उन गिने-चुने स्थानों में से एक है जहां देश का निर्माण केवल एक व्यावसायिक प्रयास नहीं, बल्कि राष्ट्र सेवा का एक रूप है।
उन्होंने कहा, ‘‘जब हमने सितंबर, 2021 में इसकी नींव रखी थी, तो हम एक सपना लेकर आए थे – भारत की महत्वाकांक्षा और मुंबई की ऊर्जा को प्रतिबिंबित करने वाला एक विश्व स्तरीय प्रवेश द्वार बनाना। पचास महीने से भी कम समय में, 20,000 करोड़ रुपये के निवेश के साथ, भारत की सबसे बड़ी नई विमानन परियोजना रिकॉर्ड समय में बनकर तैयार हो गई है। यह नए भारत की गति, पैमाने और भावना का प्रमाण है।’’
उन्होंने कहा कि मुंबई में भीड़भाड़ कम करके और एक नए आर्थिक इंजन के रूप में काम करके, यह समृद्धि का द्वार खोलेगा जो पूरे क्षेत्र के समुदायों को सशक्त बनाएगा और भारत की 10,000 अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था की ओर यात्रा में योगदान देगा।
भाषा रमण अजय
अजय
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