नयी दिल्ली, 15 मई (भाषा) केंद्रीय श्रमिक संगठनों ने बृहस्पतिवार को भारत-पाकिस्तान संघर्ष के बाद देश में उत्पन्न स्थिति को देखते हुए 20 मई को आहूत देशव्यापी हड़ताल को नौ जुलाई तक टालने का फैसला किया है।
बयान के अनुसार, हड़ताल टालने का फैसला बृहस्पतिवार को केंद्रीय श्रमिक संगठनों और स्वतंत्र क्षेत्रीय संघों एवं महासंघों के संयुक्त मंच की बैठक में लिया गया।
बैठक में पहलगाम में हुए जघन्य आतंकवादी हमले के बाद देश में हो रहे राजनीतिक घटनाक्रम तथा भारतीय सशस्त्र बलों की जवाबी कार्रवाई पर भी विचार किया गया।
इस हमले में 26 लोगों की मौत हो गई थी।
बयान में कहा गया कि देशभर में मौजूदा स्थिति पर विचार करने के बाद, देश के जिम्मेदार देशभक्त नागरिकों के एक अभिन्न अंग के रूप में संयुक्त मंच ने श्रम संहिताओं के कार्यान्वयन और श्रमिकों, किसानों और आम लोगों की अन्य वैध मांगों के खिलाफ राष्ट्रव्यापी आम हड़ताल को 20 मई से पुनर्निर्धारित कर नौ जुलाई, 2025 को करने का निर्णय लिया है।
श्रमिक संगठनों ने 20 मई को प्रदेश की राजधानियों, जिलों और कार्यस्थलों पर प्रदर्शन करने के लिए हड़ताल का आह्वान किया था।
हालांकि, श्रमिक संगठनों ने कहा कि आतंकवादी नरसंहार और उसके बाद की घटनाओं के कारण देश में व्याप्त ऐसी गंभीर स्थिति के बीच भी, केंद्र और कई राज्यों की सरकारें द्वारा सक्रिय रूप से समर्थित नियोक्ता वर्ग, सभी प्रतिष्ठानों में श्रमिकों और कर्मचारियों पर हमले जारी रखे हुए है।
संगठनों ने कहा कि काम के घंटे एकतरफा बढ़ाए जा रहे हैं; वैधानिक न्यूनतम वेतन और सामाजिक सुरक्षा लाभों का उल्लंघन किया जा रहा है। श्रमिकों, विशेष रूप से ठेका श्रमिकों की बिना किसी दंड के छंटनी की जा रही है।
भाषा अनुराग अजय
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