मुंबई, 15 मार्च (भाषा) राष्ट्रीय अवसंरचना वित्तपोषण एवं विकास बैंक (नैबफिड) के चेयरमैन के वी कामत ने मंगलवार को कहा कि अगले वित्त वर्ष की पहली तिमाही से यह नवगठित बैंक अपना परिचालन शुरू कर देगा।
सरकार ने पिछले साल एक विकास वित्तीय संस्थान के तौर पर नैबफिड का गठन किया था। इसके जरिये ढांचागत क्षेत्र को दीर्घकालिक वित्त मुहैया कराने का लक्ष्य रखा गया है।
कामत ने भारतीय निर्माण उपकरण विनिर्माता संघ (आईसीईएमए) के एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि नैबफिड के परिचालन से जुड़ा बुनियादी ढांचा तैयार किया जा चुका है और अगले महीने से शुरू होने वाली तिमाही में इसे कामकाज शुरू कर देना चाहिए।
उन्होंने कहा कि बैंक का निदेशक मंडल और नीतिगत ढांचा भी तैयार किया जा चुका है। उन्होंने कहा कि 25 लोगों की एक ‘कोर’ टीम खड़ी की जा चुकी है और मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) एवं अन्य प्रमुख अधिकारियों के चयन की प्रक्रिया भी जारी है।
कामत ने कहा कि नैबफिड के जरिये सार्वजनिक क्षेत्र के अलावा निजी क्षेत्र की ढांचागत परियोजनाओं को भी जरूरत के मुताबिक वित्त मुहैया कराया जाएगा। सरकार ने अनुभवी बैंकर कामत को गत अक्टूबर में इस नवगठित बैंक की कमान सौंपी थी।
इस बैंक की मदद से राष्ट्रीय ढांचागत पाइपलाइन (एनआईपी) के तहत करीब 7,000 ढांचागत परियोजनाओं को वित्त मुहैया कराया जाएगा। सरकार ने इस बैंक को 20,000 करोड़ रुपये की इक्विटी पूंजी के साथ 5,000 करोड़ रुपये के अनुदान की भी प्रतिबद्धता जताई है।
कामत ने वित्तपोषण के मुद्दे पर कहा कि यह बैंक दीर्घावधि कोष वाली पेंशन एवं बीमा कंपनियों से वित्त जुटाएगा। इसके अलावा बॉन्ड जैसे अन्य ऋण साधनों का भी सहारा लिया जाएगा।
भारतीय रिजर्व बैंक ने पिछले ही सप्ताह कहा था कि नैबफिड का नियमन अखिल भारतीय वित्तीय संस्थान के तौर पर किया जाएगा। इसके पहले एक्जिम बैंक, नाबार्ड, एनएचबी और सिडबी भी इसी श्रेणी में शामिल थे।
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प्रेम अजय
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