scorecardresearch
Tuesday, 24 September, 2024
होमदेशअर्थजगतनडेला की ‘कोड विदआउट बैरियर’ कार्यक्रम के भारत में विस्तार की घोषणा

नडेला की ‘कोड विदआउट बैरियर’ कार्यक्रम के भारत में विस्तार की घोषणा

Text Size:

बेंगलुरु, आठ फरवरी (भाषा) माइक्रोसॉफ्ट के चेयरमैन एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) सत्य नडेला ने ‘कोड विदाउट बैरियर्स’ कार्यक्रम का भारत में विस्तार करने की बृहस्पतिवार को घोषणा की। इसका लक्ष्य 2024 तक 75,000 महिला डेवलपर्स को प्रशिक्षित करना है।

नडेला ने यहां ‘माइक्रोसॉफ्ट एआई टूर’ में 1,100 डेवलपर्स और प्रौद्योगिकी दिग्गजों को संबोधित करते हुए विश्वस्तर पर एआई नवाचार में तेजी लाने में भारतीय डेवलपर्स भी भूमिका को रेखांकित किया।

उन्होंने कहा कि यह कार्यक्रम देशभर में प्रौद्योगिकी कौशल तक पहुंच को लोकतांत्रिक बनाने के लिए है।

नडेला ने कहा, ‘‘ मैं जिन चीजों को लेकर बेहद खुश हूं उनमें अपनी एक पहल जिसे हम ‘कोड विदाउट बैरियर्स’ कहते हैं उसका भारत में विस्तार करना और 2024 तक 75,000 महिला डेवलपर्स की मदद करना है।

माइक्रोसॉफ्ट के अनुसार, ‘कोड विदाउट बैरियर्स’ कार्यक्रम का इस महीने भारत में विस्तार किया जाएगा। कंपनी का लक्ष्य देशभर में प्रौद्योगिकी कौशल तक पहुंच को लोकतांत्रिक बनाना है।

बयान के अनुसार, ‘‘ क्षेत्र के तेजी से बढ़ते क्लाउड, एआई और डिजिटल प्रौद्योगिकी क्षेत्रों में लैंगिक अंतर को पाटने में मदद करने के लिए यह कार्यक्रम 2021 में नौ एशिया प्रशांत (एपीएसी) देशों में शुरू किया गया था। यह महिला डेवलपर्स तथा कोडर्स और अन्य प्रौद्योगिकी भूमिकाओं में शामिल लोगों को समावेशी आर्थिक वृद्धि में योगदान देने, नवाचार को प्रोत्साहित करने तथा क्षेत्र की सामाजिक संरचना को प्रतिबिंबित करने के लिए सहायता, प्रशिक्षण और नेटवर्किंग के अवसर प्रदान करता है।’’

माइक्रोसॉफ्ट ने कहा कि वह कार्यक्रम के तहत 2024 में भारत में 75,000 महिला डेवलपर्स को कौशल और प्रमाणन प्रदान करेगा।

शिक्षा फाउंडेशन और माइक्रोसॉफ्ट रिसर्च इंडिया द्वारा संयुक्त रूप से विकसित ‘शिक्षा कोपायलट’ के बारे में नडेला ने कहा कि यह शिक्षकों को सशक्त बनाता है।

माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ ने कहा, ‘‘ मैं जिन चीजों के बारे में हमेशा सोचता हूं उनमें से एक है वास्तव में शिक्षकों को सशक्त बनाना क्योंकि अगर हम शिक्षकों के हाथों में उपकरण दे सकते हैं, तो उनमें स्पष्ट रूप से किसी भी एआई की तुलना में अधिक छात्रों को प्रेरित करने की क्षमता है।’’

एआई का उद्देश्य सीखने के परिणामों में सुधार लाना और शिक्षकों को वैयक्तिकृत व्यापक, आयु-उपयुक्त पाठ तैयार करने में सशक्त बनाना है।

यह एज़्योर, ओपनएआई मॉडल द्वारा संचालित है। यह शिक्षकों को 60 से 90 मिनट के बजाय 60 से 90 सेकंड में आकर्षक सामग्री के साथ एक संपूर्ण पाठ तैयार करने में मदद करता है।

माइक्रोसॉफ्ट के अनुसार, यह वर्तमान में बेंगलुरु के करीब 30 ग्रामीण और शहरी स्कूलों में स्थापित किया गया है। शिक्षा फाउंडेशन इसे बड़े पैमाने पर स्थापित करने के लिए माइक्रोसॉफ्ट के साथ काम कर रहा है।

नडेला ने कहा कि भारत में एक ओपन हेल्थकेयर नेटवर्क का जन्म गिटहब कोपायलट एआई टूल पर हुआ, जो एक ओपन सोर्स ईएमआर सिस्टम और टेली ईएमआर सिस्टम पर आधारित है।

माइक्रोसॉफ्ट प्रमुख ने कहा कि कोपायलट के ईद गिर्द कई नवाचार हो रहे हैं और ‘‘भारत एक ऐसी जगह है जहां डेवलपर्स और विकास की गति अविश्वसनीय है।’’

उन्होंने कहा कि उम्मीद है कि भारत 2027 तक गिटहब पर सबसे बड़े डेवलपर समुदाय के रूप में अमेरिका से आगे निकल जाएगा।

गिटहब एक वेब-आधारित सेवा है जो सॉफ्टवेयर परियोजनाओं के कोड आदि रखने की सुविधा देती है।

भाषा निहारिका अजय

अजय

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

share & View comments