नयी दिल्ली, नौ जुलाई (भाषा) केंद्रीय उर्वरक मंत्री जे पी नड्डा ने चालू खरीफ मौसम में अबतक तेलंगाना में यूरिया की 12.4 प्रतिशत अधिक खपत पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा है कि यह मृदा के दीर्घकालिक स्वास्थ्य के लिए नुकसानदेह है।
नड्डा ने मंगलवार को तेलंगाना के मुख्यमंत्री ए रेवंत रेड्डी के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल के साथ हुई मुलाकात में अपनी चिंता साझा की। रेड्डी ने चालू खरीफ मौसम की अधिकतम मांग को पूरा करने के मकसद से जुलाई और अगस्त के लिए राज्य को आवंटित यूरिया की निर्बाध आपूर्ति की मांग को लेकर उनसे मुलाकात की थी।
एक सरकारी बयान के अनुसार, बैठक में नड्डा ने तेलंगाना के मुख्यमंत्री को राज्य के किसानों की वास्तविक मांग को पूरा करने के लिए हरसंभव सहायता का आश्वासन दिया और ‘‘उर्वरक विभाग के अधिकारियों को आवश्यकता के अनुसार आपूर्ति सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।’’
नड्डा ने राज्य में यूरिया की अधिक खपत पर भी चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि यह मिट्टी के दीर्घकालिक स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है।
उन्होंने कहा कि राज्य में वर्ष 2024-25 के रबी मौसम के दौरान पिछले सत्र की तुलना में यूरिया की 21 प्रतिशत अधिक बिक्री हुई।
उन्होंने कहा, ‘‘इसी प्रकार, (चालू) खरीफ मौसम 2025 में अबतक खरीफ 2024 की इसी अवधि की तुलना में 12.4 प्रतिशत अधिक खपत देखी गई है।’’
केंद्रीय उर्वरक सचिव रजत कुमार मिश्रा ने राज्य सरकार के अधिकारियों से यूरिया के गैर-कृषि उपयोगों के खिलाफ कार्रवाई करने और राज्य सरकार के विभिन्न जिलों में उर्वरकों का समान वितरण सुनिश्चित करने को कहा।
उन्होंने राज्य सरकार से प्रधानमंत्री-प्रणाम योजना का लाभ उठाने को भी कहा, जो राज्यों को रासायनिक उर्वरकों की अत्यधिक खपत को कम करने के लिए प्रोत्साहित करती है और उर्वरकों, वैकल्पिक उर्वरकों, जैविक और प्राकृतिक खेती के सतत और संतुलित उपयोग को बढ़ावा देती है।
बैठक में सांसद मल्लू रवि और चमाला किरण कुमार रेड्डी, नई दिल्ली में तेलंगाना सरकार के विशेष प्रतिनिधि एपी जितेंद्र रेड्डी और राज्य और केंद्र सरकार के अन्य अधिकारी शामिल हुए।
भाषा राजेश राजेश अजय
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