मुंबई, सात अप्रैल (भाषा) डिजिटल ऋण अवसंरचना कंपनी ओपीएल को नाबार्ड और एचएसबीसी से करीब 80 करोड़ रुपये का वित्तपोषण मिला है। अधिकारियों ने सोमवार को यह जानकारी दी।
एक बयान के अनुसार, इस वित्तपोषण का उपयोग डिजिटल पारिस्थितिकी तंत्र में नवाचार को बढ़ावा देने के लिए किया जाएगा।
बयान में वित्तपोषण राशि के बारे में नहीं बताया गया, लेकिन अधिकारियों ने 10 प्रतिशत हिस्सेदारी के लिए इसके करीब 80 करोड़ रुपये होने का अनुमान लगाया है।
नाबार्ड के चेयरमैन के शाजी ने कहा कि ग्रामीण विकास के लिए शीर्ष संस्थान वित्तीय समावेशन को बढ़ाने और ग्रामीण भारत में सतत विकास को बढ़ावा देने के लिए प्रौद्योगिकी का लाभ उठाने को प्रतिबद्ध है।
उन्होंने कहा, ‘‘यह साझेदारी हमारे रणनीतिक लक्ष्यों को प्राप्त करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।’’
एचएसबीसी के समूह प्रमुख (वेंचर्स) मोरन लेविनोविट्ज ने कहा कि ओपीएल में निवेश, भारत में डिजिटल ऋण क्षमताओं को बढ़ाने के अपने मिशन में एक बढ़ा हुआ कदम है।
ओपीएल के एक वरिष्ठ प्रतिनिधि ने कहा कि ग्रामीण डिजिटलीकरण में नाबार्ड की विशेषज्ञता और एचएसबीसी की वैश्विक वित्तीय कुशलता, नवाचार में तेजी लाने, ऋण सुलभता बढ़ाने और ऋण पारिस्थितिकी तंत्र को बदलने में मदद करेगी।
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