scorecardresearch
शुक्रवार, 25 अप्रैल, 2025
होमदेशअर्थजगतमुंबई मेट्रो का दूरसंचार मॉडल अवैध, उपभोक्ता विरोधी: दूरसंचार कंपनियां

मुंबई मेट्रो का दूरसंचार मॉडल अवैध, उपभोक्ता विरोधी: दूरसंचार कंपनियां

Text Size:

मुंबई, 21 अप्रैल (भाषा) दूरसंचार कंपनियों के एक पैरोकारी समूह ने सोमवार को कहा कि मुंबई मेट्रो का मोबाइल अवसंरचना मॉडल अवैध और उपभोक्ता विरोधी है।

भारती एयरटेल, रिलायंस जियो और वोडाफोन आइडिया का प्रतिनिधित्व करने वाली सेल्युलर ऑपरेटर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (सीओएआई) ने कोलाबा-बांद्रा-आरे गलियारे में चलने वाली मेट्रो लाइन-3 पर दूरसंचार बुनियादी ढांचे के प्रावधान के लिए मुंबई मेट्रो रेल निगम (एमएमआरसी) के मॉडल को ‘अवैध और उपभोक्ता विरोधी’ बताकर उसका विरोध किया है।

सीओएआई ने बयान में कहा कि मौजूदा नियमों का उल्लंघन करते हुए तीसरे पक्ष के आईपी-आई विक्रेता को दूरसंचार बुनियादी ढांचे की तैनाती का काम देने का एमएमआरसी का फैसला सही नहीं है।

दूरसंचार निकाय ने कहा कि आईपी-आई विक्रेताओं को सक्रिय बुनियादी ढांचे की तैनाती से प्रतिबंधित किया गया है और यह कदम दूरसंचार अधिनियम, 2023 का उल्लंघन है।

सीओएआई ने कहा कि इसमें लाइसेंस प्राप्त दूरसंचार सेवा प्रदाताओं (टीएसपी) को दरकिनार किया गया है, जो स्वतंत्र रूप से मोबाइल नेटवर्क तैनात करने के लिए कानूनी रूप से अधिकृत हैं।

भाषा पाण्डेय अजय

अजय

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

share & View comments