नयी दिल्ली, 20 अप्रैल (भाषा) सार्वजनिक क्षेत्र की दूरसंचार कंपनी एमटीएनएल सात सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के 8,346.24 करोड़ रुपये के ऋण के भुगतान में चूक गई है। कंपनी ने शेयर बाजारों को यह जानकारी दी है।
कंपनी ने 19 अप्रैल को शेयर बाजारों को भेजी सूचना में कहा कि 31 मार्च, 2025 तक उसपर कर्ज का बोझ 33,568 करोड़ रुपये पर पहुंच गया है। कुल ऋण चूक में यूनियन बैंक ऑफ इंडिया का 3,633.42 करोड़ रुपये का बकाया, इंडियन ओवरसीज बैंक का 2,374.49 करोड़ रुपये, बैंक ऑफ इंडिया का 1,077.34 करोड़ रुपये, पंजाब नेशनल बैंक का 464.26 करोड़ रुपये, भारतीय स्टेट बैंक का 350.05 करोड़ रुपये, यूको बैंक का 266.30 करोड़ रुपये और मूलधन और ब्याज भुगतान सहित 180.3 करोड़ रुपये शामिल हैं।
ऋण भुगतान में चूक अगस्त, 2024 से फरवरी, 2025 के बीच हुई है। कंपनी पर कुल बकाया ऋण में 8,346 करोड़ रुपये का बैंक कर्ज, 24,071 करोड़ रुपये के सॉवरेन गारंटी (एसजी) बॉन्ड और एसजी बॉन्ड ब्याज का भुगतान करने के लिए दूरसंचार विभाग (डीओटी) से 1,151 करोड़ रुपये का ऋण शामिल है।
भाषा अजय अजय पाण्डेय
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