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धान का एमएसपी 2025-26 खरीफ सत्र के लिए तीन प्रतिशत; दलहन,तिलहन का नौ प्रतिशत तक बढ़ा

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नयी दिल्ली, 28 मई (भाषा) केंद्र सरकार ने धान का न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) तीन प्रतिशत (69 रुपये) बढ़ाकर 2,369 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया है, जबकि 2025-26 खरीफ विपणन सत्र के लिए दलहन एवं तिलहन की दरों में नौ प्रतिशत तक की वृद्धि की है।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में हुई आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडल समिति (सीसीईए) की बैठक में नए खरीफ सत्र के लिए एमएसपी पर कृषि मंत्रालय के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी गई।

यह घोषणा ऐसे समय में की गई है जब दक्षिण-पश्चिम मानसून सामान्य से पहले पहुंच गया है, जिससे खरीफ फसलों की बुवाई को बढ़ावा मिला है जो भारत के कुल वार्षिक खाद्यान्न उत्पादन में 50 प्रतिशत से अधिक का योगदान देती हैं।

मंत्रिमंडल की बैठक के बाद सूचना एवं प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव ने पत्रकारों से कहा, ‘‘ किसानों के कल्याण के लिए दो प्रमुख निर्णय लिए गए…खरीफ फसलों के एमएसपी और ब्याज सहायता योजना।’’

उन्होंने कहा कि पिछले 10 से 11 वर्ष में कृषि लागत एवं मूल्य आयोग की सिफारिश के अनुरूप 14 खरीफ फसलों के समर्थन मूल्य में ‘‘भारी’’ वृद्धि हुई है।

‘सामान्य’ एवं ‘ए’ ग्रेड किस्मों के लिए समर्थन मूल्य 2025-26 खरीफ विपणन वर्ष सत्र के लिए 69 रुपये बढ़ाकर क्रमशः 2,369 रुपये तथा 2389 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया गया है।

अन्य अनाज में रागी का एमएसपी 2025-26 के लिए 596 रुपये बढ़ाकर 4,886 रुपये प्रति क्विंटल, ज्वार का एमएसपी 328 रुपये बढ़ाकर 3,699 रुपये प्रति क्विंटल (हाइब्रिड) एवं 3,749 रुपये प्रति क्विंटल (मालदानी), मक्का का एमएसपी 175 रुपये बढ़ाकर 2,400 रुपये प्रति क्विंटल और बाजरा का एमएसपी 150 रुपये बढ़ाकर 2,775 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया गया है।

घरेलू उत्पादन को बढ़ावा देने और आयात पर निर्भरता कम करने के लिए दलहनों के एमएसपी में पिछले वर्ष की तुलना में 5.96 प्रतिशत तक की वृद्धि की गई है, जबकि तिलहनों के एमएसपी में नौ प्रतिशत तक की वृद्धि की गई है।

उक्त अवधि के लिए अरहर का समर्थन मूल्य 450 रुपये बढ़ाकर 8,000 रुपये प्रति क्विंटल, उड़द का 400 रुपये बढ़ाकर 7,400 रुपये प्रति क्विंटल और मूंग का 86 रुपये बढ़ाकर 8,768 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया गया है।

इसी तरह, 2025-26 खरीफ विपणन सत्र के लिए मूंगफली का एमएसपी 480 रुपये बढ़ाकर 7,263 रुपये प्रति क्विंटल, सोयाबीन का एमएसपी 436 रुपये बढ़ाकर 5,329 रुपये प्रति क्विंटल और सूरजमुखी के बीज का एमएसपी 441 रुपये बढ़ाकर 7,721 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया गया है।

तिल का समर्थन मूल्य 2025-26 के लिए 579 रुपये प्रति क्विंटल बढ़ाकर 9,846 रुपये कर दिया गया है, जबकि रामतिल का समर्थन मूल्य 820 रुपये प्रति क्विंटल बढ़ाकर 9,537 रुपये कर दिया गया है।

नकदी फसलों में, कपास का एमएसपी 2025-26 के लिए 589 रुपये प्रति क्विंटल बढ़ाकर क्रमशः 7,710 रुपये (मध्यम स्टेपल) और 8,110 रुपये (लंबा स्टेपल) कर दिया गया है।

हाल के वर्षों में, सरकार अनाज के अलावा अन्य फसलों जैसे दालें व तिलहन और पोषक अनाज/श्री अन्न की खेती को बढ़ावा दे रही है। इन फसलों के लिए उच्च एमएसपी की पेशकश कर रही है।

एमएसपी में 2025-26 खरीफ फसलों के वृद्धि केंद्रीय बजट 2018-19 की घोषणा के अनुरूप है, जिसमें एमएसपी को अखिल भारतीय भारित औसत उत्पादन लागत के कम से कम 1.5 गुना के स्तर पर तय करने की घोषणा की गई थी।

मंत्री ने कहा कि किसानों को उनकी उत्पादन लागत पर मिलने वाला अपेक्षित मुनाफा सबसे अधिक बाजरा (63 प्रतिशत) पर मिलने की का अनुमान है। उसके बाद मक्का (59 प्रतिशत), तुअर (59 प्रतिशत) और उड़द (53 प्रतिशत) पर अधिक मुनाफा मिल सकता है। बाकी फसलों के लिए, किसानों को उनकी उत्पादन लागत पर मिलने वाला मुनाफा (मार्जिन) 50 प्रतिशत होने का अनुमान है।

एमएसपी में पिछले वर्ष की तुलना में सबसे अधिक वृद्धि रामतिल पर की गई। इसके बाद रागी, कपास और तिल पर सबसे अधिक एमएसपी की बढ़ोतरी की घोषणा की गई।

भाषा निहारिका अजय

अजय

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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