नयी दिल्ली, दस मार्च (भाषा) सूक्ष्म, लघु एवं मझोले उद्यम मंत्रालय (एमएसएमई) ने क्षेत्र में रचनात्मकता को बढ़ावा देने, नवीनतम प्रौद्योगिकी को अपनाने और बौद्धिक संपदा अधिकारों के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए एक नवोन्मेषी योजना शुरू की है।
एमएसएमई मंत्रालय ने बृहस्पतिवार को बताया कि यह योजना मंत्रालय की इनक्यूबेशन, डिजाइन और आईपीआर योजनाओं का ‘मिश्रण’ है। यह योजना नवाचार गतिविधियों के लिए एक केंद्र के रूप में काम करने के साथ व्यावसायिक प्रस्तावों में नवाचारों के विकास को सुविधाजनक बनाने की दिशा में काम करेगी जिससे समाज को लाभ मिलेगा।
इस योजना को पेश करते हुए एमएसएमई मंत्री नारायण राणे ने कहा कि यह योजना क्षेत्र को मदद प्रदान करेगी, जिसका देश में होने वाले निर्यात और विनिर्माण में बड़ा हिस्सा है।
उन्होंने कहा कि इस योजना का लाभ लेने के लिए उद्योग को आगे आना चाहिए। इस योजना के तहत मंत्रालय क्षेत्र में नवाचार, डिजाइन और आईपीआर संरक्षण के लिए उद्योग को वित्तीय समर्थन मुहैया कराएगा।
भाषा जतिन अजय
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