नयी दिल्ली, 12 नवंबर (भाषा) ओएनजीसी विदेश लि. (ओवीएल) ने बुधवार को कहा कि मोजाम्बिक की बड़ी एलएनजी परियोजना पर बिगड़ती सुरक्षा स्थिति जैसी अप्रत्याशित घटना के कारण 53 महीने से लगी रोक समाप्त हो गई है। इसके साथ 21 अरब डॉलर की इस परियोजना पर काम शुरू हो गया है।
इस परियोजना में भारतीय कंपनियों की 30 प्रतिशत हिस्सेदारी है।
संचालक और फ्रांसीसी ऊर्जा कंपनी टोटलएनर्जीज और उसके साझेदारों ने मोजाम्बिक में परियोजना पर लागू अप्रत्याशित घटना के कारण रोक को हटा लिया है। यह स्थिति अफ्रीकी देश के उत्तरी काबो डेलगाडो प्रांत में बिगड़ती सुरक्षा के कारण 2021 के मध्य से लागू थी।
टोटलएनर्जीज ने पिछले सप्ताह कहा था कि एलएनजी की आपूर्ति 2029 तक शुरू हो सकती है।
ओवीएल ने एक बयान में कहा, ‘‘मोजाम्बिक के उत्तर में काबो डेलगाडो प्रांत (सीडीपी) में, क्षेत्र 1 मोजाम्बिक एलएनजी परियोजना में सुरक्षा स्थिति में उल्लेखनीय सुधार हुआ है और क्षेत्र 1 मोजाम्बिक एलएनजी संघ ने स्थिति के अनुसार मोजाम्बिक सरकार को 11 मई, 2021 को घोषित अप्रत्याशित घटना के कारण कामकाज रोके जाने को समाप्त करने के लिए अधिसूचित किया है।’’
इससे परियोजना को शीघ्र पूरा करने के लिए निर्माण गतिविधियों को पुनः शुरू करने में सहायता मिलेगी।
सार्वजनिक क्षेत्र की ओएनजीसी की विदेश निवेश इकाई ओएनजीसी विदेश लि. की इस परियोजना में 16 प्रतिशत हिस्सेदारी है, जबकि भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लि. (बीपीसीएल) की एक इकाई के पास 10 प्रतिशत हिस्सेदारी है। ऑयल इंडिया लिमिटेड के पास चार प्रतिशत हिस्सेदारी है।
इस परियोजना में अपतटीय क्षेत्र 1 में स्थित गोल्फिन्हो और अतुम क्षेत्रों का विकास और ऐसे संयंत्रों का निर्माण शामिल है जो गैस को उसके तरल रूप (एलएनजी) में परिवर्तित करके जहाजों के माध्यम से उपभोक्ता देशों को निर्यात करेंगे। क्षेत्र 1 में 75,000 अरब घन फुट से अधिक गैस संसाधन हैं।
टोटलएनर्जीज 26.5 प्रतिशत हिस्सेदारी के साथ मोजाम्बिक एलएनजी का संचालन करती है। ईएनएच रोवुमा एरिया उम, एस.ए. की 15 प्रतिशत, मित्सुई ईएंडपी मोजाम्बिक एरिया 1 लिमिटेड की 20 प्रतिशत और पीटीटीईपी मोजाम्बिक एरिया 1 लि. की 8.5 प्रतिशत हिस्सेदारी है।
भाषा रमण अजय
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