नयी दिल्ली, चार अगस्त (भाषा) कोविड-19 महामारी के मामलों में उल्लेखनीय गिरावट के साथ दूरसंचार और परामर्श क्षेत्र के ज्यादातर कर्मचारियों ने दफ्तर से काम करना शुरू कर दिया है।
दूसरी तरफ, सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) क्षेत्र के कम ही कर्मचारी अभी कार्यालय आ रहे हैं।
संपत्ति परामर्शक कोलियर्स इंडिया और को-वर्किंग क्षेत्र की परिचालक एडब्ल्यूएफआईएस के एक सर्वे में यह तथ्य सामने आया है।
कोलियर्स इंडिया और एडब्ल्यूएफआईएस की संयुक्त रिपोर्ट में विभिन्न क्षेत्रों में महामारी से प्रभावित परिस्थितियों में सुधार के बाद लोगों के काम पर वापसी की स्थिति की पड़ताल की गई है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि फरवरी में कोविड-19 की तीसरी लहर का असर कम होने के साथ कर्मचारियों ने कार्यालय आना शुरू कर दिया।
रिपोर्ट के अनुसार, जून 2022 आते-आते 34 प्रतिशत कंपनियों में 75 से 100 प्रतिशत कर्मचारी दफ्तर आने लगे है।
वहीं, 41 प्रतिशत कंपनियों का कहना है कि उनके केवल 25 प्रतिशत कर्मचारी ही कार्यालय लौटे हैं।
सर्वेक्षण से पता चला है कि दूरसंचार और परामर्श क्षेत्रों में सबसे ज्यादा कर्मचारियों ने दफ्तर आना शुरू कर दिया है। जबकि आईटी और नई प्रौद्योगिकी कंपनियों में शून्य से 25 प्रतिशत कर्मचारियों ने ही कार्यालय से काम करना शुरू किया है।
कोलियर्स इंडिया के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) रमेश नायर ने कहा कि इस साल जनवरी से जून के दौरान लचीले कार्यक्षेत्र परिचालकों ने शीर्ष छह शहरों में लगभग 35 लाख वर्ग फुट कार्यालय स्थल पट्टे पर दिया है।
यह सर्वेक्षण मई-जून के दौरान कार्यालय स्थल रखने वाले लोगों के बीच उनकी रणनीति को समझने के लिए किया गया।
इस सर्वे में संस्थापकों, सीईओ, मुख्य परिचालन अधिकारी (सीओओ) और सीएचआरओ के पदों पर तैनात 150 शीर्ष अधिकारियों की राय ली गई है। साथ ही एक से 500 तक और 10,000 से अधिक कर्मचारियों वाली कंपनियों के अधिकारियों के विचार लिए गए है।
सर्वेक्षण के अनुसार, लगभग 74 प्रतिशत कंपनियों के वितरित कार्यस्थल को अपनाने की संभावना है, जबकि 53 प्रतिशत कंपनियां घर और कार्यालय दोनों स्थानों से कार्य करने की रणनीति को अपनाना चाहती हैं।
भाषा रिया अजय जतिन
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