मुंबई, 10 मार्च (भाषा) महाराष्ट्र में कम से कम 41.60 लाख हेक्टेयर कृषि भूमि वर्ष 2021-22 में सिंचाई के दायरे में थी। बृहस्पतिवार को जारी राज्य की आर्थिक समीक्षा रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है।
विधानसभा में पेश की गई समीक्षा रिपोर्ट के अनुसार, जून, 2020 तक प्रमुख, मध्यम, लघु परियोजनाओं द्वारा सिंचाई क्षमता 54.15 लाख हेक्टेयर की हो गयी थी।
30 जून, 2021 तक कम से कम 3,777 सिंचाई परियोजनाएं पूरी की गईं और चालू थीं, जबकि 15 अक्टूबर, 2020 तक प्रमुख, मध्यम और लघु सिंचाई जलाशयों में कुल संग्रहण 3,300.5 करोड़ घनमीटर था।
रिपोर्ट से पता चला है कि 2021-22 में सितंबर तक 33,066 करोड़ रुपये के फसल ऋण और 24,963 करोड़ रुपये के कृषि ऋण वित्तीय संस्थानों के माध्यम से वितरित किए गए थे।
मार्च से मई, 2021 की अवधि में 31 जिलों में लगभग 91,000 हेक्टेयर कृषि क्षेत्र बेमौसम बारिश, ओलावृष्टि और चक्रवात से प्रभावित हुआ, जिसके लिए 122.26 करोड़ रुपये का मुआवजा मंजूर किया गया।
रिपोर्ट में कहा गया है कि अगस्त और सितंबर 2021 में, 28 जिलों में लगभग 48.38 लाख हेक्टेयर कृषि क्षेत्र अत्यधिक बारिश और बाढ़ के कारण प्रभावित हुआ था, जिसके लिए 3,766.35 करोड़ रुपये का मुआवजा मंजूर किया गया।
महात्मा ज्योतिराव फुले कृषि ऋण माफी योजना के तहत, 22 दिसंबर, 2021 तक 31.71 लाख किसानों को 20,243 करोड़ रुपये का वितरण किया गया था।
भाषा राजेश राजेश अजय
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