नयी दिल्ली, 22 अप्रैल (भाषा) भारत में कोका-कोला की प्रमुख बॉटलिंग कंपनियों में से एक तथा एमएमजी समूह का हिस्सा मून बेवरेजेज देश के तेजी से बढ़ते शीतल पेय बाजार में वृद्धि और विस्तार को गति देने के लिए आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) लाने के बारे में विचार कर रही है। कंपनी के एक शीर्ष अधिकारी ने यह जानकारी दी है।
कंपनी के वाइस चेयरमैन अनंत अग्रवाल ने कहा कि एमएमजी समूह को उम्मीद है कि कोका-कोला के प्रमुख फ्रेंचाइजी भागीदार मून बेवरेजेज का राजस्व अगले तीन से चार वर्ष में दोगुना हो जाएगा, जिसमें नए संयंत्रों से होने वाली वृद्धि, क्षमता के विस्तार और नए बाजारों के अधिग्रहण से मदद मिलेगी।
मून बेवरेजेज ने अब तक 4,000 करोड़ रुपये का निवेश किया है और गुवाहाटी, असम और ओडिशा के राउरकेला में अपने दो आगामी संयंत्रों के लिए और निवेश करने की योजना बना रही है। इससे इसकी क्षमता 7,000 बीपीएम (प्रति मिनट बोतल भरने) हो जाएगी।
यह पूछे जाने पर कि क्या कंपनी आईपीओ लाने की योजना बना रही है, अग्रवाल ने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘यह हमारी योजना में है। हालांकि, हम अभी इस बारे में ज्यादा जानकारी नहीं दे सकते।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हम मून बेवरेजेज की वृद्धि को लेकर बहुत आशावादी हैं और आईपीओ योजना उस महत्वाकांक्षा के साथ बहुत अच्छी तरह से मेल खाती है।’’
हालांकि अग्रवाल ने समयसीमा नहीं बताई, लेकिन कहा कि समूह इस विकल्प पर विचार कर रहा है और विभिन्न अंशधारकों के साथ परामर्श कर रहा है।
वर्तमान में, मून बेवरेजेज भारत में एसएलएमजी और कंधारी ग्लोबल के बाद कोका-कोला कंपनी का तीसरा सबसे बड़ा बॉटलर है। इसकी स्थापित क्षमता 10,000 बीपीएम (प्रति मिनट बॉटलिंग) की है।
भाषा राजेश राजेश अनुराग
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