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Thursday, 13 March, 2025
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मोदी-ट्रंप वार्ता: भारत, अमेरिका ने प्रौद्योगिकी संबंधों को बढ़ावा देने का संकल्प लिया

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(तस्वीर के साथ)

नयी दिल्ली, 14 फरवरी (भाषा) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच व्हाइट हाउस में हुई मुलाकात के दौरान कृत्रिम मेधा, नवाचार व अगली पीढ़ी की प्रौद्योगिकियों पर प्रमुखता से चर्चा हुई।

इस दौरान दोनों पक्षों ने प्रौद्योगिकी संबंधों को प्रगाढ़ करने के लिए अमेरिका-भारत टीआरयूएसटी (ट्रस्ट) पहल, एआई अवसंरचना में तेजी लाने के लिए खाका तैयार करने और इंडस (आईएनडीयूएस) इनोवेशन सहित परिवर्तनकारी उपायों की घोषणा की।

वाशिंगटन डीसी में दोनों नेताओं के बीच बातचीत कृत्रिम मेधा, सेमीकंडक्टर, डेटा केंद्र व क्वांटम (एक बुद्धिमान, नए युग की दुनिया को आकार देने वाली आवश्यक आधारशिलाएं) पर केंद्रित रही।

भारत और अमेरिका ने महत्वपूर्ण तथा उभरती प्रौद्योगिकियों के क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने का संकल्प किया और रणनीतिक प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल करते हुए अमेरिका-भारत संबंधों में बदलाव (ट्रस्ट) पहल की घोषणा की।

संयुक्त बयान के अनुसार, इस पहल का मकसद रक्षा, कृत्रिम मेधा, सेमीकंडक्टर, क्वांटम, जैव प्रौद्योगिकी, ऊर्जा तथा अंतरिक्ष जैसे क्षेत्रों में महत्वपूर्ण व उभरती प्रौद्योगिकियों के अनुप्रयोग को बढ़ावा देने के लिए सरकार-से-सरकार, शिक्षा तथा निजी क्षेत्र के बीच सहयोग को बढ़ाना है। साथ ही सत्यापित प्रौद्योगिकी विक्रेताओं के उपयोग को प्रोत्साहित करना और संवेदनशील प्रौद्योगिकियों की सुरक्षा सुनिश्चित करना है।

दोनों नेताओं ने ‘इंडस इनोवेशन’ की शुरुआत की भी घोषणा की, जो सफल ‘इंडस-एक्स’ मंच के आधार पर तैयार किया गया एक नया नवाचार सेतु है। यह अमेरिका-भारत उद्योग तथा शैक्षणिक साझेदारी को आगे बढ़ाएगा और अंतरिक्ष, ऊर्जा व अन्य उभरती प्रौद्योगिकियों में निवेश को बढ़ावा देगा, ताकि नवाचार में दोनों पक्षों का नेतृत्व बनाए रखा जा सके और 21वीं सदी की जरूरतों को पूरा किया जा सके।

मोदी और ट्रंप ने 2025 को अमेरिका-भारत नागरिक अंतरिक्ष सहयोग के लिए एक अग्रणी वर्ष बताया, जिसमें एएक्सआईओएम के माध्यम से नासा-इसरो के प्रयास से पहले भारतीय अंतरिक्ष यात्री को अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) ले जाने की योजना शामिल है। इसमें संयुक्त ‘एनआईएसएआर’ मिशन को शीघ्र पेश करने की योजना भी शामिल है।

साथ ही दोनों नेताओं ने महत्वपूर्ण आपूर्ति श्रृंखलाओं के अतिसंकेन्द्रण का फायदा उठाने के लिए तीसरे पक्षों द्वारा निर्यात नियंत्रण में अनुचित व्यवहार की आम चुनौती का मुकाबला करने के लिए मिलकर काम करने का भी संकल्प किया।

भाषा निहारिका नेत्रपाल

नेत्रपाल

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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