नयी दिल्ली, पांच नवंबर (भाषा) दिग्गज प्रौद्योगिकी कंपनी माइक्रोसॉफ्ट ने कहा है कि वह अपने कृत्रिम मेधा (एआई) टूल ‘माइक्रोसॉफ्ट 365 कोपायलट’ के लिए 2026 तक भारत समेत 15 देशों में स्थानीय स्तर पर ही डेटा प्रोसेसिंग की सुविधा शुरू करेगी।
इस कदम का उद्देश्य उपयोगकर्ताओं के डेटा को देश की सीमाओं के भीतर ही सुरक्षित रखना और नियामकीय अनुपालन को मजबूत करना है।
माइक्रोसॉफ्ट 365 कोपायलट एआई पर आधारित एक डिजिटल सहायक है जो माइक्रोसॉफ्ट के ऑफिस अनुप्रयोगों- वर्ड, एक्सेल, पावरपॉइंट, आउटलुक और टीम्स में एकीकृत है। यह उपयोगकर्ता के निर्देश पर सामग्री बनाने, डेटा विश्लेषण, ईमेल या रिपोर्ट लिखने और सारांश बनाने जैसे काम करता है।
माइक्रोसॉफ्ट ने अपने एक ब्लॉग में कहा कि भारत, ऑस्ट्रेलिया, जापान और ब्रिटेन में ग्राहकों को 2025 के अंत तक यह विकल्प मिलेगा कि उनके कोपायलट टूल पर होने वाली बातचीत और प्रतिक्रियाओं से संबंधित आंकड़े देश की सीमाओं के भीतर स्थित डेटा केंद्रों में ही प्रसंस्कृत किए जाएं।
इसके बाद 2026 में कनाडा, जर्मनी, इटली, मलेशिया, पोलैंड, दक्षिण अफ्रीका, स्पेन, स्वीडन, स्विट्जरलैंड, संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) और अमेरिका में भी यह सुविधा शुरू की जाएगी।
माइक्रोसॉफ्ट ने कहा कि यह कदम सरकारी संस्थानों और अत्यधिक विनियमित उद्योगों के लिए डेटा सुरक्षा और शासन को सुदृढ़ करेगा।
कंपनी माइक्रोसॉफ्ट 365 कोपायलट ग्राहकों के लिए डेटा को स्थानीय स्तर पर ही प्रसंस्कृत करने की सुविधा पहले से ही 27 देशों में उपलब्ध करा रही है।
घरेलू डेटा प्रसंस्करण की यह पहल उस समय आई है जब प्रौद्योगिकी कंपनी ने हाल में अनुपालन ढांचे में सुधार किए हैं। यह सुधार नायरा एनर्जी के साथ ईमेल सेवा को लेकर हुए विवाद के बाद लागू किए गए थे।
जुलाई में यूरोपीय संघ द्वारा नायरा एनर्जी पर रूस से संबंध होने के आरोप में प्रतिबंध लगाए जाने के बाद माइक्रोसॉफ्ट ने उसकी ईमेल सेवाएं रोक दी थीं। उसके बाद नायरा एनर्जी को इन सेवाओं की बहाली के लिए दिल्ली उच्च न्यायालय का रुख करना पड़ा था।
भाषा प्रेम प्रेम अजय
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