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Sunday, 17 November, 2024
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मीशो ने अपने मंच पर जोड़ी आठ स्थानीय भाषाएं

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नयी दिल्ली, 12 अगस्त (भाषा) सॉफ्टबैंक के समर्थन वाली ई-वाणिज्य कंपनी मीशो ने अपने मंच पर आठ नई स्थानीय भाषाएं जोड़ी हैं और उसका ध्यान विभिन्न क्षेत्रों के 37.7 करोड़ संभावित उपभोक्ताओं को अपने साथ लाने का है। कंपनी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।

मीशो ने क्षेत्रीय उपभोक्ताओं को ध्यान में रखते हुए अपने मंच पर बंगाली, तेलगु, मराठी, तमिल, गुजराती, कन्नड़, मलयालम और उड़िया भाषा को जोड़ा है। अब मीशो के उपभोक्ता पसंदीदा भाषा में अपने अकाउंट का संचालन कर सकेंगे, उत्पाद की जानकारी ले सकेंगे और ऑर्डर दे सकेंगे।

ई-वाणिज्य कंपनी के मुख्य प्रौद्योगिकी अधिकारी संजीव बर्नवाल ने एक बयान में कहा, ‘‘हमारे करीब 50 फीसदी उपभोक्ता ई-वाणिज्य के लिए नए हैं और कई ने ऐसे मंचों पर कभी लेनदेन नहीं किया होगा। अपने मंच पर स्थानीय भाषा का विकल्प देकर मीशो का उद्देश्य भाषायी अवरोधकों को खत्म करना है।’’

पिछले वर्ष मीशो ने अपने मंच पर हिंदी भाषा का विकल्प दिया था। बयान में कहा गया, ‘‘कंपनी का लक्ष्य करीब 37.7 करोड़ संभावित उपभोक्ताओं को अपने साथ लाने का है। मीशो के ज्यादातर उपभोक्ता अहमदाबाद, वडोदरा और जमशेदपुर जैसे दूसरी श्रेणी के और गैर-हिंदी भाषी शहरों है जहां जरूरी नहीं कि अंग्रेजी और हिंदी पसंदीदा भाषा हो।’’

भाषा मानसी

मानसी

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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