नयी दिल्ली, 23 अप्रैल (भाषा) अर्थशास्त्री लॉर्ड मेघनाद देसाई ने मनमोहन सिंह को भारत में सबसे अधिक बदलाव लाने वाला प्रधानमंत्री बताया और उन्हें 1991 की आर्थिक क्रांति लाने का श्रेय दिया। सिंह की उदारीकरण की नीतियों ने देश के आर्थिक परिदृश्य को पूरी तरह बदल दिया था।
पत्रकार और लेखिका दीपाली गुप्ता की पुस्तक ‘टेलीकॉम वार्स: द रेस टू कैप्चर ए बिलियन वॉयस’ के विमोचन के मौके पर मंगलवार को देसाई ने कहा कि सिंह सत्ता प्रतिष्ठान के भीतर एक दुर्लभ व्यक्ति थे, जिन्होंने 1991 में वित्त मंत्री के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान उसी प्रणाली को बदलना शुरू किया, जिसका वह हिस्सा थे।
गौरतलब है कि सिंह वित्त मंत्री बनने से पहले मुख्य आर्थिक सलाहकार, आरबीआई के गवर्नर और योजना आयोग के प्रमुख जैसे महत्वपूर्ण पदों पर काम कर चुके थे।
देसाई ने कहा, ”मनमोहन सिंह एक दिलचस्प व्यक्ति हैं, क्योंकि यदि आप उन्हें जानते हैं, तो आप जानते हैं कि वे बहुत ही उदार और सीधे व्यक्ति हैं। जब वह प्रभारी नहीं थे (वित्त मंत्री नहीं बने थे), तो उन्होंने पुरानी परिपाटी का पालन किया, लेकिन जैसे ही वह प्रभारी बने, उन्होंने बुनियादी रूप से एक क्रांति ला दी। वह अब तक के सबसे अधिक बदलाव लाने वाले प्रधानमंत्री हैं।”
सिंह ने 1990 के दशक के दौरान अर्थव्यवस्था को खोलने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने भारत को एक बंद नियोजित प्रणाली से बाजार आधारित अर्थव्यवस्था में बदल दिया।
देसाई ने कहा कि सिंह और तत्कालीन प्रधानमंत्री पी वी नरसिंह राव के कदमों ने भारत को सतत आर्थिक वृद्धि के रास्ते पर स्थापित किया।
भाषा पाण्डेय रमण
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