नयी दिल्ली, 11 सितंबर (भाषा) महिंद्रा एंड महिंद्रा (एमएंडएम) अपनी उत्पादन योजनाओं को मजबूत करते हुए नए उत्पादों की पेशकश को तैयार है। इसके साथ ही कंपनी ने कहा कि वह अगले कुछ वर्षों में देश में इलेक्ट्रिक वाहन की वृद्धि को लेकर ‘‘अत्यधिक आशावादी’’ है और इसमें निवेश करने की तैयारी कर रही है।
एमएंडएम के कार्यकारी निदेशक (वाहन और कृषि क्षेत्र) राजेश जेजुरिकर ने पीटीआई-भाषा को बताया कि कंपनी को उम्मीद है कि घरेलू बाजार में फ्लीट और स्पोर्ट्स यूटिलिटी खंड बदलाव की अगुवाई करेगा और क्रमिक रूप से इलेक्ट्रिक वाहनों की ओर रुझान बढ़ेगा।
उन्होंने कहा, ‘‘हमारा आंतरिक शोध बताता है कि मौजूदा एसयूवी खरीदारों में से 25 प्रतिशत अपनी अगली खरीद के रूप में एक इलेक्ट्रिक एसयूवी खरीदने पर विचार करना चाहेंगे। शोध हमें यह भी बताता है कि अगले 2-3 वर्षों में हम इस तरह के बदलाव को देखेंगे।’’
उन्होंने कहा कि कंपनी को उम्मीद है कि अब से पांच साल बाद उसकी लगभग 20-30 प्रतिशत एसयूवी इलेक्ट्रिक होंगी।
पर्यावरण के अनुकूल वाहनों पर बड़ा दांव लगाते हुए महिंद्रा पांच नए इलेक्ट्रिक स्पोर्ट्स यूटिलिटी व्हीकल (एसयूवी) लाने की तैयारी कर रही है, जिनमें से चार वाहन दिसंबर, 2024 से 2026 के बीच बाजार में आने की उम्मीद है।
जेजुरिकर ने कहा कि घरेलू बाजार में इलेक्ट्रिक कारों की शुरुआत उन घरों से होगी, जहां पहले ही कई कारें हैं। इसके अलावा फ्लीट खंड बहुत तेजी से इलेक्ट्रिक की ओर बढ़ेगा, क्योंकि यह उनके आर्थिक हित में है।
उन्होंने कहा कि व्यक्तिगत खंड में इलेक्ट्रिक हैचबैक और सेडान की मांग धीमी रहेगी, क्योंकि ग्राहक पर्याप्त चार्जिंग अवसंरचना के अभाव में परिवार में एकमात्र कार के लिए अधिक कीमत का भुगतान नहीं करना चाहेंगे।
उन्होंने कहा कि एसयूवी खंड में, चाहे शुरुआत स्तर की गाड़ियां हो या मध्यम आकार की, इलेक्ट्रिक को बहुत तेजी से अपनाया जाएगा, क्योंकि वे आमतौर पर उन घरों का हिस्सा होते हैं, जिनके पास एक से अधिक कार होती हैं।
भाषा पाण्डेय अजय
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