नयी दिल्ली, 23 जून (भाषा) केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने बृहस्पतिवार को लॉजिस्टिक क्षेत्रों में माल-ढुलाई की दरों में पारदर्शिता की कमी जैसे कुछ मुद्दों पर चिंता व्यक्त करते हुए उद्योग से इन पर काम करने का आग्रह किया।
केंद्रीय मंत्री ने यहां आयोजित ‘राष्ट्रीय लॉजिस्टिक उत्कृष्टता पुरस्कार’ में क्षेत्र के प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए कहा कि लॉजिस्टिक क्षेत्र को पारदर्शी माल-ढुलाई दरों पर काम करने की जरूरत है।
उन्होंने इस दौरान लॉजिस्टिक क्षेत्र में माल-ढुलाई दरों और बिलों में अपारदर्शिता जैसे मुद्दों पर चिंता व्यक्त करते हुए उद्योग से इन क्षेत्रों पर काम करने का आग्रह किया।
गोयल ने कहा, ‘‘फिर भी, मैं माल-ढुलाई दरों से संतुष्ट नहीं हूं। इनकी घोषणा पारदर्शी रूप से नहीं की गई है। माल-ढुलाई बिलों में अस्पष्टता और पारदर्शिता की कमी है। आपको उस पर काम करना होगा।’’
उन्होंने आगाह करते हुए कहा, ‘‘लॉजिस्टिक क्षेत्र में कई खामियां हैं। हमने कई बैठकें की हैं। मैं कोविड के कारण उदार रुख अपना रहा था। मुझे उम्मीद है कि बाद में कुछ कड़े फैसले नहीं लेने पड़ेंगे।’’
गोयल ने कहा कि उद्योग और सरकार को लॉजिस्टिक लागत में कमी लाने के लिये मिलकर काम करना होगा। यह लागत जीडीपी (सकल घरेलू उत्पाद) का 13-14 प्रतिशत है जबकि विकसित देशों में 7-8 प्रतिशत है।
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