नयी दिल्ली, 11 जून (भाषा) छोटी राशि के कर्ज देने वाले सूक्ष्म वित्त संस्थानों (माइक्रोफाइनेंस) का कर्ज वितरण 2024-25 में 25 प्रतिशत घटकर 1.12 लाख करोड़ रुपये रहा। यह क्षेत्र में दबाव की स्थित को बयां करता है।
सूक्ष्म वित्त संस्थानों (एमएफआई) के शीर्ष निकाय माइक्रोफाइनेंस इंस्टिट्यूशन नेटवर्क (एमएफआईएन) ने बुधवार को जारी अपनी रिपोर्ट में कहा कि 2024-25 में 2.2 करोड़ खातों के माध्यम से 1,12,459 करोड़ रुपये का कर्ज दिया गया। यह 2023-24 में वितरित राशि से 25.4 प्रतिशत कम है।
हालांकि, वित्त वर्ष 2024-25 के दौरान प्रति खाते वितरित औसत ऋण राशि 50,131 रुपये थी, जो इससे पिछले वित्त वर्ष की तुलना में 12.3 प्रतिशत अधिक है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि वर्ष के दौरान, एनबीएफसी-एमएफआई को कुल 57,307 करोड़ कर्ज वित्तपोषण के रूप में मिला, जो पिछले वर्ष की तुलना में 35.7 प्रतिशत कम है।
बैंकों ने कुल उधारी में 78.4 प्रतिशत का योगदान दिया, इसके बाद गैर-बैंकिंग संस्थाओं का स्थान रहा जिन्होंने 11.9 प्रतिशत का योगदान दिया।
मार्च, 2025 को समाप्त तिमाही के दौरान, सूक्ष्म वित्त संस्थानों की प्रबंधन अधीन परिसंपत्तियां (एयूएम) 11.9 प्रतिशत घटकर 1,47,279 करोड़ रुपये रही। इन इकाइयों का एयूएम 31 मार्च, 2024 के मुकाबले 11.9 प्रतिशत घटा जबकि 31 दिसंबर, 2024 कर तुलना में 2.4 प्रतिशत कम हुआ।
भाषा रमण अजय
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