नई दिल्ली: केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बुधवार को कहा कि सरकार ने 2025 तक 220 नए एयरपोर्ट बनाने का लक्ष्य रखा है.
2022-23 के लिए नागरिक उड्डयन मंत्रालय की अनुदान मांगों का जवाब देते हुए सिंधिया ने कहा कि भारत कोविड 19 महामारी के दौरान घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय यात्रा में आगे बढ़ा है. उन्होंने कहा, ‘आने वाले सालों में 133 नई उड़ानों के साथ खराब होने वाले खाने के सामान के लिए कार्गो उड़ानों को बढ़ाकर 30 प्रतिशत कर दिया जाएगा.’
सिंधिया ने कहा कि आने वाले दिनों में नई तकनीक से पायलट लाइसेंस का सरलीकरण किया जाएगा. उन्होंने कहा कि सरकार की योजना 33 नए घरेलू कार्गो टर्मिनल और पायलटों के लिए 15 नए उड़ान प्रशिक्षण स्कूल बनाने से ज्यादा रोजगार पैदा करने और ड्रोन क्षेत्र पर ध्यान बढ़ाने की है.
इसके साथ ही सरकार ने 2025 तक 220 नए एयरपोर्ट बनाने का लक्ष्य रखा है.
उन्होंने सदन को बताया कि पिछले सात दिनों में प्रतिदिन 3.82 लाख यात्रियों ने हवाई यात्रा की है. सिंधिया ने सदन को जानकारी देते हुए कहा कि मंत्रालय यात्री प्रवाह को 2018-19 में 34.5 करोड़ से बढ़ाकर 2023-24 में 40 करोड़ करने का लक्ष्य लेकर चल रहा है. सिंधिया ने कहा कि पांच देशों को भेजी गई 90 उड़ानों ने यूक्रेन से छात्रों को निकाला है.
सिंधिया ने सदन को बताया कि देश में पायलटों की कुल संख्या में महज़ 15 फीसदी महिलाएं हैं.
लोकसभा में बोलते हुए सिंधिया ने कहा कि, ‘दुनिया के अन्य सभी देशों में सिर्फ 5 प्रतिशत पायलट महिलाएं हैं. भारत में, 15 प्रतिशत से अधिक पायलट महिलाएं हैं. यह महिला सशक्तिकरण का एक और उदाहरण हैं. यहां पिछले 20-25 सालों में एविएशन इंडस्ट्री में काफी बदलाव हुए हैं.’
उन्होंने कहा कि ‘पहले सिर्फ बड़े शहरों में हवाई अड्डे थे. आज वह पूरी तरह से बदल गया है. यही कारण है कि नागरिक उड्डयन उद्योग भारत की अर्थव्यवस्था का एक प्रमुख तत्व बन गया है.’
गौरतलब है कि संसद के बजट सत्र का दूसरा सेशन 14 मार्च से शुरू हुआ था और 8 अप्रैल को खत्म होगा. बजट सत्र की पहली छमाही 31 जनवरी को शुरू हुई थी और 11 फरवरी को खत्म हुई थी.
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