नयी दिल्ली, 17 अप्रैल (भाषा) जिंदल स्टेनलेस ने 2022-23 और 2023-24 के दौरान कार्बन उत्सर्जन में 2.4 लाख टन की कटौती की है। कंपनी ने बुधवार को बयान में यह जानकारी दी।
जिंदल स्टेनलेस लि. 2050 तक कार्बन उत्सर्जन को शून्य स्तर पर लाने के लिए विभिन्न उपाय कर रही है।
कंपनी का तय वर्ष तक सालाना 13.52 लाख टन से अधिक कार्बन उत्सर्जन में कमी लाने का लक्ष्य है। इसके लिए अन्य उपायों के साथ प्रतिवर्ष 1.9 अरब यूनिट से अधिक स्वच्छ बिजली उत्पन्न करने की योजना है।
बयान में कहा गया है, ‘‘पिछले दो वित्त वर्षों (वित्त वर्ष 2021-22 और 2022-23) में, कंपनी 2.4 लाख टन कार्बन उत्सर्जन में कमी लाने में सफल रही है। इसके साथ कंपनी ने कार्बन तटस्थता (यानी कार्बन उत्सर्जन के बराबर कार्बन उत्सर्जन में कमी) और जिम्मेदार विनिर्माण की दिशा में कदम आगे बढ़ाया है।’’
कंपनी ने कहा कि उसने अपने परिचालन के लिए नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों का उपयोग शुरू कर दिया है। इसके साथ इस्पात विनिर्माण प्रक्रियाओं में उपयोग के लिए हरित हाइड्रोजन का उत्पादन भी शुरू कर दिया गया है।
इसके अलावा, जिंदल स्टेनलेस ने ओडिशा और हरियाणा में अपनी इकाइयों में ऊर्जा दक्षता और इलेक्ट्रिक वाहनों का उपयोग करने के लिए डिजिटलीकरण तथा प्रौद्योगिकी का उन्नयन किया है।
भाषा रमण अजय
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