नयी दिल्ली, 29 अप्रैल (भाषा) सोने की कीमतों में तेज उछाल के बीच अक्षय तृतीया के शुभ दिन घरेलू आभूषण बाजार में सोने और चांदी की खरीदारी में ‘मिलाजुला रुख’ देखने को मिलेगा। कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने मंगलवार को यह अनुमान जताया।
अखिल भारतीय आभूषण एवं स्वर्णकार महासंघ के अध्यक्ष पंकज अरोड़ा ने 30 अप्रैल को मनाए जाने वाले अक्षय तृतीया पर 16,000 करोड़ रुपये के कारोबार का अनुमान लगाया है।
कैट ने एक बयान में कहा, ”इस साल अक्षय तृतीया से पहले देश भर के आभूषण बाजारों में मिलाजुला रुख देखने को मिल रहा है, जिसका मुख्य कारण हाल के हफ्तों में सोने की कीमतों में तेज उछाल है।”
फिलहाल सोने की कीमतें एक लाख रुपये प्रति 10 ग्राम तक पहुंच चुकी हैं, जबकि पिछले साल अक्षय तृतीया के दिन सोने की कीमत 73,500 रुपये थी।
इसी तरह, चांदी के दाम 86,000 रुपये प्रति किलोग्राम से बढ़कर एक लाख रुपये प्रति किलोग्राम पर पहुंच गई हैं।
अरोड़ा ने कहा, ”आमतौर पर अक्षय तृतीया के दिन खरीदारी में उछाल देखने को मिलता है, लेकिन इस साल ऊंची कीमतों ने उपभोक्ता मांग को प्रभावित किया है।”
उन्होंने कहा कि इस साल अक्षय तृतीया पर करीब 12 टन सोने की बिक्री होने की उम्मीद है, जिसकी कीमत करीब 12,000 करोड़ रुपये और करीब 400 टन चांदी की बिक्री होने की उम्मीद है, जिसकी कीमत 4,000 करोड़ रुपये है। इस तरह कुल कारोबार करीब 16,000 करोड़ रुपये रहने का अनुमान है।
उन्होंने कहा कि सोने और चांदी की ऊंची कीमतों के कारण ग्राहकों की खरीदारी में थोड़ी कमी आ सकती है।
वैश्विक आर्थिक अनिश्चितता, कच्चे तेल की बढ़ती कीमतें, डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपये का कमजोर होना और सुरक्षित निवेश के तौर पर सोने में निवेशकों की बढ़ती दिलचस्पी ने सोने और चांदी की कीमतों में तेजी ला दी है।
इसके अलावा, भू-राजनीतिक तनाव और ब्याज दरों में उतार-चढ़ाव के चलते भी कीमतें बढ़ी हैं।
कैट के राष्ट्रीय अध्यक्ष बी सी भरतिया ने कहा कि देश में मौजूदा शादी के मौसम ने आभूषणों की मांग में गिरावट को रोका है।
भाषा पाण्डेय रमण
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