नयी दिल्ली, 27 फरवरी (भाषा) आईटीयू-एपीटी फाउंडेशन ऑफ इंडिया ने दूरसंचार मंत्री अश्विनी वैष्णव से पत्र लिखकर 5जी को बढ़ावा देने के लिए ई-बैंड की उच्च फ्रीक्वेंसी रेंज को खोलने और वाई-फाई सेवाओं के लिए वी बैंड को लाइसेंस मुक्त करने की मांग की है।
अंतरराष्ट्रीय दूरसंचार यूनियन (आईटीयू) और एशिया प्रशांत टेलीसमुदाय (एपीटी) के संयुक्त निकाय आईटीयू-एपीटी फाउंडेशन ऑफ इंडिया ने दूरसंचार सुधारों के अगले चरण के हिस्से के रूप में यह मांग की है।
दूरसंचार सुधारों का दूसरा चरण मई तक लागू होने की उम्मीद है। ये सुधार कारोबारी सुगमता, लागत में कमी और सस्ती कनेक्टिविटी या संपर्क को बढ़ावा देने पर आधारित हैं।
गैर-लाभकारी उद्योग निकाय ने देश में वाई-फाई सेवाओं को बढ़ावा देने के लिए छह गीगाहर्ट्ज फ्रीक्वेंसी रेंज में 1,100 मेगाहर्ट्ज स्पेक्ट्रम को लाइसेंस मुक्त करने की सिफारिश भी की है।
दूरसंचार ऑपरेटर नीलामी के जरिये ई और वी बैंड स्पेक्ट्रम, दोनों के आवंटन की मांग कर रहे हैं, जबकि इंटरनेट सेवा प्रदाताओं के अन्य समूह ने ट्राई की सिफारिशों और वैश्विक चलन के अनुसार इन बैंडों को लाइसेंस मुक्त करने की मांग की है।
भाषा पाण्डेय अजय
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