बेंगलुरु, तीन जून (भाषा) सूचना प्रौद्योगिकी कंपनी इन्फोसिस के सह-संस्थापक एन आर नारायण मूर्ति ने शुक्रवार को कहा कि उद्यमी आईपीओ को नए दौर के वित्तपोषण का जरिया समझ रहे हैं और यह नजरिया ठीक नहीं है।
वह स्टार्टअप पर एक वैश्विक सम्मेलन – ‘इंडिया ग्लोबल इनोवेशन कनेक्ट’ में यह बात कही।
मूर्ति ने कहा, ‘‘आईपीओ को अगले दौर के वित्तपोषण के साधन के रूप में माना जाता है। मुझे लगता है कि यह अच्छी बात नहीं है, क्योंकि आईपीओ अत्यधिक जिम्मेदारी के साथ लाया जाता है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘आईपीओ के साथ एक बड़ी जिम्मेदारी जुड़ी है… क्योंकि बहुत कम पैसे वाले बहुत से लोग हम पर विश्वास करेंगे और अपनी गाढ़ी कमाई निवेश करेंगे, उन्हें उचित प्रतिफल देना महत्वपूर्ण है।’’
इस कार्यक्रम का आयोजन स्विट्जरलैंड की रणनीतिक सलाहकार कंपनी स्मदजा एंड स्मदजा ने कर्नाटक डिजिटल इकोनॉमी मिशन (केडीईएम), कैटामारन वेंचर्स और टाटा डिजिटल के साथ मिलकर किया था।
मूर्ति कैटामारन वेंचर्स के संस्थापक और अध्यक्ष हैं।
उन्होंने कहा कि एक उद्यमी के रूप में सफलता के लिए तीन बातें जरूरी हैं – ग्राहक या बाजार तक पहुंच, प्रतिभा तक पहुंच और उद्यम पूंजी की उपलब्धता।
मूर्ति ने कहा कि पहले के मुकाबले आज प्रतिस्पर्धा अधिक है और वर्तमान उद्यमियों के लिए उनके मन में बहुत अधिक प्रशंसा है।
भाषा पाण्डेय रमण
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