नयी दिल्ली, एक अप्रैल (भाषा) भारतीय पूंजी बाजार में पार्टिसिपेटरी नोट्स (पी-नोट्स) के जरिए निवेश फरवरी के अंत तक बढ़कर 89,143 करोड़ रुपये हो गया।
विशेषज्ञों के मुताबिक भारतीय उद्योग जगत द्वारा मजबूत कॉरपोरेट आय की उम्मीद से विदेशी निवेशकों का उत्साह बना रहेगा, जिससे आने वाले महीनों में सकारात्मक रुझान जारी रह सकता है।
पी-नोट्स, पंजीकृत विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) द्वारा उन विदेशी निवेशकों को जारी किए जाते हैं, जो खुद को सीधे पंजीकृत हुए बिना भारतीय शेयर बाजार का हिस्सा बनना चाहते हैं। हालांकि, इसके लिए उन्हें एक तय प्रक्रिया से गुजरना होता है।
भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) के आंकड़ों के अनुसार भारतीय बाजारों में पी-नोट्स निवेश का मूल्य (इक्विटी, ऋण और मिश्रित प्रतिभूतियां) फरवरी के अंत तक 89,143 करोड़ रुपये था, जबकि जनवरी के अंत में यह आंकड़ा 87,989 करोड़ रुपये था।
इसी तरह दिसंबर 2021 के अंत में पी-नोट्स निवेश का स्तर 95,501 करोड़ रुपये था।
राइट रिसर्च की संस्थापक सोनम श्रीवास्तव ने कहा कि जनवरी की तुलना में फरवरी में विदेशी निवेशकों ने मामूली तेजी दिखाई। उन्होंने कहा कि आगामी तिमाहियों में कॉरपोरेट आय में मजबूत वृद्धि की उम्मीद है, जो विदेशी निवेशकों के भरोसे को बढ़ाएगा।
भाषा पाण्डेय रमण
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