नयी दिल्ली, पांच जून (भाषा) अगले महीने राष्ट्रीय राजधानी में आयोजित होने वाले ‘भारत ऊर्जा भंडारण सप्ताह 2025’ के दौरान ऊर्जा भंडारण, इलेक्ट्रिक वाहनों (ईवी) और हरित हाइड्रोजन के लिए 8,000 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश आने की उम्मीद है।
प्रमुख उद्योग निकाय ‘इंडिया एनर्जी स्टोरेज अलायंस’ (आईईएसए) इस सम्मेलन का आयोजन कर रहा है। इसका उद्देश्य वैश्विक विनिर्माण केंद्र बनने के सरकार के मिशन को बढ़ावा देना है।
एक बयान के मुताबिक, आठ से 10 जुलाई तक नयी दिल्ली में होने वाले इस सम्मेलन में 150 से अधिक प्रमुख भागीदारों, प्रदर्शकों और 1,000 से अधिक कंपनियों के भाग लेने की संभावना है।
आईईएसए ने बयान में कहा कि भारत इस सम्मेलन में ऊर्जा भंडारण, ईवी और हरित हाइड्रोजन के लिए 8,000 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश आकर्षित करने के लिए तैयार है। इसके लिए नए व्यापार सौदों, सहयोग, विदेशी निवेश और समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए जाएंगे।
इस आयोजन में ऑस्ट्रेलिया, जर्मनी, फ्रांस, ब्रिटेन, फिनलैंड, कनाडा, अमेरिका, इजराइल और दक्षिण कोरिया के प्रतिनिधियों के भाग लेने की उम्मीद है।
आईईएसए गुजरात, ओडिशा, तेलंगाना और छत्तीसगढ़ के साथ राज्य भागीदारों के रूप में भी सहयोग कर रहा है। विभिन्न मंत्रालय भी इस आयोजन का समर्थन करेंगे।
आईईएसए के अध्यक्ष देबमाल्या सेन ने कहा, ‘इस साल हम विश्वस्तरीय नवाचारों और विदेशी निवेशों का मेल होते हुए देखेंगे जो हमारे उद्योग को आगे बढ़ाने का काम करेगा।’
भाषा प्रेम प्रेम रमण
रमण
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.