नयी दिल्ली, 30 मई (भाषा) पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने शुक्रवार को कहा कि पर्याप्त आपूर्ति उपलब्ध होने से कच्चे तेल की अंतरराष्ट्रीय कीमतें 65 डॉलर प्रति बैरल के आसपास रहने की संभावना है जो पिछले साल की तुलना में 10 प्रतिशत कम है।
दुनिया में तीसरे सबसे बड़े तेल आयातक और उपभोक्ता देश भारत के लिए कच्चे तेल की कीमतों में नरमी का मतलब है कि उसे तेल आयात पर कम खर्च करना होगा।
पुरी ने उद्योग मंडल सीआईआई के ‘वार्षिक व्यापार शिखर सम्मेलन’ में कहा कि अधिक आपूर्ति उपलब्ध होने के साथ कच्चे तेल की कीमतें 80 डॉलर प्रति बैरल के बजाय 65 डॉलर के करीब होंगी।
उन्होंने कहा कि ब्राजील, गुयाना, सूरीनाम, कनाडा और अर्जेंटीना जैसे देशों में अधिक कच्चा तेल उपलब्ध होगा।
घरेलू उत्पादन बढ़ाने के लिए किए जा रहे प्रयासों के बारे में पुरी ने कहा कि 10 लाख वर्ग किलोमीटर से अधिक क्षेत्र वाले बेसिन को अब अन्वेषण के लिए खोल दिया गया है। इस वजह से मुक्त क्षेत्र लाइसेंसिंग नीति के तहत 37 प्रतिशत से अधिक बोलियां इन नए खुले क्षेत्रों से ही आई हैं।
उन्होंने कहा कि भारत की रिफाइनिंग क्षमता वर्ष 2028 तक लगभग 26 करोड़ टन प्रति वर्ष से बढ़कर 30.95 करोड़ टन हो जाने की उम्मीद है।
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