नयी दिल्ली, 11 मार्च (भाषा) जनवरी 2022 में औद्योगिक उत्पादन सालाना आधार पर 1.3 प्रतिशत की दर से बढ़ा है। यह वृद्धि मुख्य रूप से खनन और विनिर्माण क्षेत्रों के बेहतर प्रदर्शन की वजह से हुई है।
शुक्रवार को जारी सरकारी आंकड़ों के मुताबिक समीक्षाधीन अवधि में पूंजीगत वस्तु खंड का कमजोर प्रदर्शन जारी रहा।
जनवरी 2021 में औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आईआईपी) में 0.6 प्रतिशत की गिरावट आई थी। दिसंबर में यह सूचकांक 0.7 प्रतिशत बढ़ा था।
सांख्यिकी एवं कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय की तरफ से जारी आंकड़ों के अनुसार, जनवरी 2021 में खनन क्षेत्र में 2.4 प्रतिशत की दर्ज की गई गिरावट के मुकाबले जनवरी 2022 में 2.8 प्रतिशत की वृद्धि हुई।
विनिर्माण क्षेत्र में जनवरी 2022 के दौरान 1.1 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जबकि एक साल पहले इसी महीने इसमें 0.9 प्रतिशत की गिरावट आई थी।
हालांकि बिजली उत्पादन में जनवरी 2022 में 0.9 प्रतिशत की गिरावट आई जबकि जनवरी 2021 में 5.5 प्रतिशत का विस्तार हुआ था।
चालू वित्त वर्ष की अप्रैल-जनवरी अवधि में, आईआईपी की वृद्धि दर 13.7 प्रतिशत रही, जबकि वर्ष 2020-21 की समान अवधि में इसमें 12 प्रतिशत की गिरावट आई थी।
आंकड़ों के मुताबिक पूंजीगत वस्तु खंड 1.4 प्रतिशत घटा जबकि पिछले साल समान अवधि में इसमें नौ प्रतिशत की भारी गिरावट हुई थी।
उपभोक्ता वस्तु खंड में भी सालाना आधार पर 3.3 प्रतिशत की गिरावट हुई। हालांकि, प्राथमिक वस्तु खंड, जिसकी 34 प्रतिशत हिस्सेदारी सूचकांक में है, 1.6 प्रतिशत बढ़ा।
कोविड महामारी के चलते कई महीनों तक गिरावट के बाद आईआईपी मार्च 2021 से सकारात्मक बना हुआ है।
भाषा पाण्डेय प्रेम
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