नयी दिल्ली, 28 अप्रैल (भाषा) भारत की औद्योगिक उत्पादन वृद्धि फरवरी में मासिक आधार पर मामूली रूप से बढ़कर मार्च 2025 में तीन प्रतिशत हो गई, जो इससे पहले फरवरी में 2.7 प्रतिशत थी। सोमवार को जारी आधिकारिक आंकड़ों में यह जानकारी दी गई।
हालांकि, मार्च में वार्षिक आधार पर वृद्धि घटी है, क्योंकि मार्च 2024 में यह आंकड़ा 5.5 प्रतिशत था। सालाना आधार पर विनिर्माण, खनन और बिजली क्षेत्रों का प्रदर्शन खराब रहा।
वित्त वर्ष 2024-25 में आईआईपी में चार प्रतिशत की वृद्धि हुई, जबकि इससे पिछले वित्त वर्ष में यह आंकड़ा 5.9 प्रतिशत था।
सरकार ने इस महीने की शुरुआत में कहा था कि फरवरी 2025 में औद्योगिक उत्पादन की वृद्धि दर 2.9 प्रतिशत थी, हालांकि अब इस आंकड़े को संशोधित कर 2.7 प्रतिशत कर दिया गया।
आंकड़ों के मुताबिक औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आईआईपी) पर आधारित औद्योगिक उत्पादन मार्च 2024 में 5.5 प्रतिशत की दर से बढ़ा था।
राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) के आंकड़ों के मुताबिक विनिर्माण क्षेत्र की उत्पादन वृद्धि मार्च 2025 में थोड़ी कम होकर तीन प्रतिशत रह गई, जो एक साल पहले इसी महीने में 5.9 प्रतिशत थी।
खनन उत्पादन में वृद्धि सालाना आधार पर 1.3 प्रतिशत से घटकर 0.4 प्रतिशत रह गई। बिजली उत्पादन भी मार्च 2025 में 6.3 प्रतिशत पर आ गया, जो एक साल पहले इसी अवधि में 8.6 प्रतिशत था।
भाषा पाण्डेय रमण
रमण
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.